DUMKA : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने झारखण्ड के लोगों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी है. उन्होंने कहा कि इस दिवस को एक संकल्प दिवस के रूप में लेना चाहिए. ताकि आपके सहयोग से चुनौतियों को एक अवसर के रूप में स्वीकार कर झारखंड को एक बेहतर और विकसित राज्य बना सकें. इस मौके पर हेमन्त सोरेन ने अधिकारियों से स्पष्ट कहा कि वे शहरों में खाली पड़ी सरकारी जमीन, पुरानी और जर्जर सरकारी बिल्डिंग की सूची भेज दें. अब सरकारी जमीनों पर सरकार की अनुमति के बिना निर्माण कार्य नहीं होगा. वहीँ मुख्यमंत्री ने यह संकल्प दोहराया है कि झारखंड के शहरों को कंक्रीट का जंगल नहीं बनने देंगे. शहरों को हरा भरा बनाएंगे और साफ सुथरा भी रखेंगे. मुख्यमंत्री ने इसके लिए आम लोगों को भी अपनी जिम्मेवारी निभाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि अगर लोग एकजुट रहेंगे तो कोई यहां के सौहार्द्र को नहीं बिगाड़ सकता है.
हम वादों पर नहीं इरादों पर विश्वास करते हैं
वहीँ मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के विकास की खातिर जहां बात रखने की जरूरत होगी. उस मंच पर उसे रखा जाएगा. जहां काम करने की जरूरत है. वहां सिर्फ काम पर फोकस होगा. सरकार लोकलुभावन वादों में विश्वास नहीं करती बल्कि अपने इरादों को हकीकत में बदलने की बात करती है.
दुमका पूरे राज्य की नाक
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड की उप राजधानी दुमका उनकी कर्मभूमि रही है, लेकिन दुर्भाग्य से यह इलाका आज भी बहुत पिछड़ा है. संथाल परगना इलाके का सम्यक विकास उनकी प्राथमिकता में है. इस दिशा में स्विमिंग पुल का लोकार्पण एक शुरुआत है. आने वाले दिनों में यहां लोगों को सभी जरूरी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी और क्षेत्र के विकास के लिए योजनाओं को अमलीजामा पहनाया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि दुमका पूरे राज्य की नाक है. हम सभी को चाहिए कि इसकी इज्जत को बनाए रखने के लिए एकजुट होकर काम करें.
कुंदन की रिपोर्ट