SHEOHAR: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को शिवहर के रीगा में बीजेपी प्रत्याशी रमा देवी के समर्थन में चुनाव जनसभा को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। सीएम नीतीश ने कहा कि कुछ लोगों को जनता के लिए काम करने से कोई मतलब नहीं है। ये लोग समाज में कटुता फैला कर वोट लेना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग संविधान पर खतरा होने की बात करते हैं। संविधान पर कोई खतरा नहीं है। ऐसे लोग भ्रम फैलाकर जनता का वोट लेना चाहते हैं।
तेजस्वी पर निशाना
बिना नाम लिए तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि हमलोगों से पहले जिन्होंने 15 साल बिहार में शासन किया वे आज समाज में टकराव पैदा करने की बात करते हैं। कहते हैं कि संविधान पर संकट आ गया है। कौन सा संकट आ गया है? अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग को मिले आरक्षण के प्रावधान से कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता। इस धरती पर कोई ऐसा पैदा नहीं हुआ जो इसके साथ छेड़छाड़ करे।
सीएम नीतीश ने कहा कि जब सवर्ण समाज के गरीब लोगों को 10 फीसदी अतिरिक्त आरक्षण मिली तो उसके खिलाफ कई तरह की बात करने लगे। समाज में आरक्षण को लेकर अफवाह फैलाने लगे। उन्होंने लालू परिवार पर तंज कसते हुए कहा कि पति अंदर गए, पत्नी को मुख्यमंत्री बनाया। कहा- महिला मुख्यमंत्री बनी है। उन्होंने महिला के लिए क्या किया?
सीएम नीतीश ने कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर विपक्ष भ्रम फैलाकर वोट लेना चाहता है। विपक्ष लोगों को गुमराह करने में लगा है। सीएम नीतीश ने कहा कि महिलाओं को तो छोड़ दीजिए, अति पिछड़ों, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को भी पंचायतों में आरक्षण नहीं था। 2005 में आपने हमें काम करने का मौका दिया। हमने कानून बनाकर पंचायतों में अनुसूचित जाति को 16 फीसदी, अनुसूचित जनजाति को 1 फीसदी, अतिपिछड़े वर्ग को 20 फीसदी और महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण दिया। जनसभा को डिप्टी सीएम सुशील मोदी और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने भी संबोधित किया।