PATNA : जदयू में मचे अंदरुनी घमासान के बीच बीते बुधवार को जिस तरह उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बड़ा भाई बताते हुए पार्टी में अपनी हिस्सेदारी की मांग की, उसके बाद पार्टी में टूट की संभावना बढ़ गई है। इन सबके बीच अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी उपेंद्र कुशवाहा की मांग पर हैरानी जताई है और साफ कर दिया कि वह पार्टी में रहे या जाएं, फर्क नहीं पड़ेगा। वह रहेंगे तो भी अच्छा है, नहीं रहेंगे तो भी अच्छा है।
गांधी मैदान में गणतंत्र दिवस समारोह मे शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री ने उपेंद्र कुशवाहा की बातों पर हैरानी जाहि की। उन्होंने जदयू में हिस्सेदारी मांगे जाने पर कहा कि उपेंद्र कुशवाहा यह सब क्यों कर रहे है यह वही बता सकते हैं। उन्हें किसी प्रकार की परेशानी है तो पार्टी में बैठकर बात कर सकते थे। यूं तो ट्विटर और मीडिया के बीच जाकर वह क्या कहना चाहते हैं। इस बारे में उपेंद्र कुशवाह ही बेहतर बता सकते हैं हमने तो उनका स्वागत किया था
मुख्यमंत्री ने हिस्सेदारी मांगे जाने पर कहा कि वह तीन बार पार्टी छोड़कर गए, फिर वापस आ गए। हमलोगों ने उनका स्वागत किया। पार्टी में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी। लेकिन अब जिस तरह से वह बात कर रहे हैं तो साफ जाहिर है कि कुछ बात है। अब उपेंद्र कुशवाहा पार्टी में रहते हैं तो बहुते अच्छा है, और अगर पार्टी में नहीं रहना चाहते हैं तो भी कोई परेशानी नहीं है।
मदरसों की जांच पर सरकार गंभीर
दो दिन पहले हाईकोर्ट ने प्रदेश के सभी मदरसों की जांच कराने के आदेश पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोर्ट का कोई भी आर्डर होता है उसे देखा जाता है सरकार उसको देखती है. कोर्ट का जो भी ऑर्डर होगा उसे देखा जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने इन जगहों के लिए कितना काम किया है. यह सभी को पता है। फिर भी लोग इस तरह के केस दर्ज कर देते हैं।