नई दिल्ली. सीडीएस बिपिन रावत उनकी पत्नी मधुलिका सहित 13 लोगों की हेलिकॉप्टर क्रैश में मौत के बाद चीन का भारत विरोधी चेहरा एक बार फिर सामने आया है. चीन सरकार ने अपने मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के जरिए भारत की सेना को लेकर अजीबोगरीब बातें कही हैं.
ग्लोबल टाइम्स में चीन की ओर से भारतीय सेना को अनुशासनहीन बताया गया है. इतना ही नहीं चीन ने जनरल बिपिन रावत को चीन विरोधी बताया है. सीडीएस रावत को चीन विरोधी अधिकारी बताते हुए चीन ने कहा, चीन विरोधी भारत के एक रक्षा अधिकारी की मौत के बाद भी दोनों देशों के सीमावर्ती क्षेत्रों में भारत के आक्रामक रुख में बदलाव की संभावना नहीं है.
चीन को शुरू से भारत विरोधी माना जाता है. यहाँ तक कि कुछ दिनों पूर्व ही सीडीएस रावत ने भी चीन को लेकर कहा था कि भारत को अपने इस पड़ोसी से सावधान रहने की जरुरुत है. अब उनकी मौत के बाद चीन लगातार भारतीय सेना की रणनीति, आधुनिकीकरण और सैन्य अनुशासन पर सवाल उठा रहा है. चीन ने यहाँ तक कहा कि भारतीय सेना ने एसओपी को फॉलो नहीं किया है.
चीन के इस भारत विरोधी आलोचनात्मक रवैये का भारतीय सेना की ओर से भी जवाब दिया गया है. भारतीय सेना के पूर्व थलसेना प्रमुख वी पी मलिक ने चीन के रवैये की आलोचना करते हुए ट्विटर पर लिखा है, सामाजिक , नैतिकता और मूल्यों की बड़ी कमी है, ऐसे में हम PLA से क्या उम्मीद कर सकते हैं? CDS बिपिन रावत की मौत पर चीनी मुखपत्र द्वारा असंवेदनशील और अनुचित टिप्पणी. कोई भी देश सहानुभूति और नैतिकता की ऐसी कमी कैसे दिखा सकता है? लेकिन ये चीन है. उनके पास मानवाधिकारों के हनन और युद्ध अपराध का लम्बा इतिहास है.