GAYA : गया का रहने वाला अमन नागसेन की मौत चीन में पढ़ाई के दौरान हो गई। अमन चीन के तेनजिन फॉरेन यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल बिजनेस स्टडी कर रहा था। अमन की संदिग्ध मौत से घरवाले काफी सहमे हुए है। चीन के तेनजिन फॉरेन यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले गया का रहने वाला नागसेन अमन अकेला भारतीय छात्र था। पीड़ित परिवार लगातार चीन सरकार से गुहार लगा रहा हैं कि उनके पुत्र का पार्थिव शरीर भारत लाने की अनुमति दें।
नागसेन के अमन की मौत की सूचना 23 जुलाई की आधी रात 1:28 पर फोन उसके परिवार वाले दी गई है। मृतक के परिजन ने बिहार सरकार से भी चीन एंबेसी से सरकार के स्तर पर वार्ता कर मृतक छात्र के पार्थिव शरीर को भारत लाने का आग्रह किया है, लेकिन अभी तक ना ही भारत सरकार और ना ही बिहार सरकार के तरफ से कोई जबाब आया है। पीड़ित परिवार अमन के अंतिम दर्शन का इंतजार कर रहा है। मौत की खबर के लगभग दो सफ्ताह बीत जाने के बाद भी अभी तक सरकार के तरफ से कोई भी ठोस जबाब नही आया है।
आपको बता दे कि भारतीय दूतावास द्वारा ईमेल के जरिए अमन की हत्या की पुष्टि की गई है। अमन के शव को अपने देश लाने को लेकर पीड़ित परिवार द्वारा आज आक्रोश मार्च निकाला गया,जो पीड़ित परिवार के घर से निकल कर शहर के मुख्य मार्ग गया कॉलेज, गेवाल बिगहा, गांधी मैदान, काशीनाथ मोड़ होते हुए समाहरणालय तक पहुंचा। पीड़ित परिवार ने बताया कि मेरे बेटे की मौत की सूचना 23 जुलाई को मिली है, जिसके बाद से अभी तक शव हमें नही मिला है। हम दलित परिवार से आते है इसलिए भारत सरकार अभी तक कोई कार्रवाई नही कर रही है। अगर यही कोई नेता या बड़े परिवार का बेटा होता तो उसका शव 24 घंटे में आ जाता। हम सरकार से मांग करते है कि अगर आज रात 8 बजे तक भारत सरकार के तरफ कोई जबाब नही आता है तो कल हम पुरा परिवार मीडिया के सामने आत्म दाह कर लेगा, जिसकी जबाबदेही सरकार की होगी।
गया से मनोज कुमार की रिपोर्ट