PATNA: बिहार चुनाव को देखते हुए चिराग पासवान पूरी तरह तैयार हैं। प्रत्याशियों के साथ चिराग पासवान ने अहम बैठक की है। पिता रामविलास पासवान के निधन के बाद चिराग पासवान घर से बाहर नहीं निकल रहे है । हिंदू परम्परा के मुताबिक मुखाग्नि देने वाले चिराग पासवान दस दिनों के लिए घर से बाहर नहीं निकल सकते।
लेकिन यह हकीकत है कि चिराग पासवान चुनाव की हर अपडेट से रूबरू हो रहे है। चिराग पासवान वर्चुअल मीटिंग के जरिए प्रत्याशियों से मिल रहे हैं उनसे बात कर रहे हैं। चिराग पासवान चुनाव में आग़ाज़ कर खूब दहाड़ने वाले हैं। चिराग की माने तो उन्होंने साफ कर दिया है कि मैं बिहारी हूँ मुझे गर्व है बिहारी होने पर। बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट का मुद्दा पूरे चुनाव में छाया रहेगा।
लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान ने वी॰सी॰ के माध्यम से अपने प्रथम फ़ेज़ के लोजपा प्रत्यशी से बात की। बैठक में भी साफ कर दिया गया कि इस बार के चुनाव का अहम मुद्दा सिर्फ़ बिहार फ़र्स्ट बिहारी फ़र्स्ट ही होगा। लोजपा प्रत्यशी वोट धर्म जाती पर नहीं सिर्फ़ बिहार फ़र्स्ट बिहारी फ़र्स्ट पर वोट मागेंगे। कुछ लोग बांटो और राज करो की राजनीति करते हैं।
कोरोना काल में बिहारीयों को बिहार में आने से रोकने वालों के नेतृत्व में चिराग़ पासवान काम नहीं कर सकता। अफ़सरों के इशारों पर काम करते मुख्यमंत्री। चिराग ने कहा कि प्रेस वार्ता में मेरा नाम सुन कर लोग भाग जाते है लोग। प्रधानमंत्री की तस्वीर नीतीश कुमार को लगाने कि ज़रूरत है।
हमारी सोच प्रधान मंत्री से मिलती है। प्रधानमंत्री से दिल का रिश्ता है। प्रधानमंत्री ने एक पिता के जैसे मेरा साथ दिया। जे॰डी॰यू॰ प्रत्यशी को दिया गया एक भी वोट कल आप के बच्चे पलायन पर मजबूर करेगा।
पटना से विवेकानंद की रिपोर्ट।