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चुनावी नेताजीः चिराग ने चुनाव से पहले बिहार को 'फर्स्ट' बनाने का दिया था झांसा, आपदा की इस घड़ी में एक हेल्पलाइन नंबर तक जारी नहीं कर सकी LJP

चुनावी नेताजीः चिराग ने चुनाव से पहले बिहार को 'फर्स्ट' बनाने का दिया था झांसा, आपदा की इस घड़ी में एक हेल्पलाइन नंबर तक जारी नहीं कर सकी LJP

PATNA: बिहार में कोरोना का कहर जारी है। सूबे की स्थिति काफी भयावह हो गई है। लोग बिना इलाज के मर रहे हैं। अस्पतालों में भी ऑक्सीजन की भारी कमी है। सरकार के तमाम दावों की हवा निकल गई है। हालांकि कई राजनीतिक दलों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की तरफ से कोरोना मरीजों को यथासंभव मदद की कोशिश की जा रही है। बीजेपी,जेडीयू,कांग्रेस,राजद,माले समेत कई अन्य दलों ने पीड़ितों की मदद के लिए हेल्पलाईन नंबर और हेत्प डेस्क बनाए हैं। राजद,जेडीयू ने तो पार्टी से जुड़े चिकित्सकों के नंबर भी जारी किये हैं ताकि लोग फोन कर उनसे चिकित्सीय सलाह ले सकें। लेकिन जिस दल ने बिहार और बिहारी को फर्स्ट बनाने का ठेका लिया था वो पूरी तरह से गायब है। चुनाव से ठीक पहले और चुनाव के दौरान लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान ने बिहारियों को बिहार फर्स्ट बनाने का सपना दिखाया था। लेकिन इस विपदा की घड़ी में लोजपा की तरफ से मदद की बात छोड़िए अपने लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर तक जारी नहीं कर सकी है। 

चुनाव तो है नहीं कि चिराग को बिहार से रहेगा मतलब

जो दल चुनाव के दरम्यान बड़ी-बड़ी बातें कर रहा था। अब इस विपदा की घड़ी में उस दल के नेता सिर्फ ट्वीटर पर बिहार सरकार की खिंचाई कर आनंदित हो रहे। उन्हें क्या मतलब बिहार के लोगों से। लोग मरते हैं तो मरें.......चुनाव में तो अभी देर है। राजनीतिक जानकार बताते हैं कि लोजपा इसी सोच के साथ काम करती है। अगर आने वाले समय में बिहार में चुनाव होते तो लोजपा सुप्रीमो बिहार को फर्स्ट बनाने का सपना दिखाते रहते. अभी चुनाव तो है नहीं लिहाजा उन्हें बिहार से क्या मतलब।

एक हेल्पलाइन नंबर तक जारी नहीं करवा सके चिराग

 आप लोजपा का ट्वीटर हैंडल देखेंगे तो प्रवक्ता-नेता लगातार नीतीश सरकार पर हमला बोल रहे हैं। आपदा के इस समय में सबसे बड़े दल राजद भी नीतीश सरकार की खिंचाई कर रही लेकिन बिहार के लोगों की मदद के लिए  काम भी कर रहा। राजद ने लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर तो जारी किये हीं वहीं पार्टी के चिकित्सा सेल से जुड़े डॉक्टरों के मोबाईल नंबर भी जारी किया है। ताकि लोग उस नंबर पर फोन कर चिकित्सीय सलाह ले सकें। कांग्रेस ने भी मदद के लिए हाथ बढ़ाये हैं।सोमवार को भाकपा माले की तरफ से भी हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। जेडीयू ने भी पार्टी से जुड़े डॉक्टरों के नाम-नंबर सार्वजनिक किये हैं। भाजपा की बात करें तो बीजेपी ने भी जिला स्तर पर मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किये हैं। हेल्प डेस्क भी बनाया गया है। 

लोजपा नेतृत्व की सफाई

जब हमने लोजपा के प्रदेश महासचिव संजय पासवान से पूछा तो उन्होंने स्वीकार किया कि अभी पार्टी की तरफ से हेल्पलाइन नंबर या कोई हेल्प डेस्क नहीं बनाया गया है। जब हमने उसे पूछा कि सत्ता पक्ष की बात छोड़िए विपक्ष की तरफ से भी बिहार के लोगों की मदद के लिए हेल्प लाइ नबंर जारी किये गए हैं। ऐसे में लोजपा क्या कर रही है...। इस पर लोजपा नेता ने थोड़ा असहज होते हुए कहा कि पार्टी के स्तर पर विचार किया जा रहा और जल्द ही मदद के लिए हेल्प लाइन नंबर जारी किये जायेंगे। लोजपा के इस रूख पर जेडीयू ने बड़ा हमला बोला है। जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा है कि ऐसे मौसमी नेता को बिहार चुनाव 2020 में जनता ने सबक सीखा दिया है और आगे भी सिखायेगी।

चुनाव से पहले चले थे बिहार को फर्स्ट बनाने अब भूल गए चिराग

बिहार के वोटरों ने विस चुनाव 2020 में चिराग पासवान के पैरों के नीचे से जमीन खींच ली. वे न घऱ के रहे न घाट के यानी पूरी तरह से पैदल हो गए. भाजपा-जेडीयू से पंगा लेकर चिराग पासवान अकेले चुनावी मैदान में उतरे थे। लोजपा सुप्रीमो ने 135 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे . लेकिन बिहार के वोटरों ने चिराग पासवान की पार्टी लोजपा की हवा निकाल दी। चिराग बिहार और बिहारी को फर्स्ट बनाने का लॉली पॉप दिखाकर वोटरों से वोट लेना चाहते थे। लेकिन वोटर उनसे अधिक चालाक निकले और झांसे में नहीं आये. एक सीट छोड़कर सभी जगहों पर लोजपा कैंडिडेट की करारी हार हुई।हालांकि एक मात्र विधायक भी चिराग से हाथ से निकल गया। बिहार में मिली करारी हार के बाद चिराग पासवान बिहार से पूरी तरह से गायब हो गए हैं। चले थे बिहार और बिहारी को फर्स्ट बनाने अब वे राज्य को ही भूल गए।

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