बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

पत्र लिखने में भी पिछड़े चिरागः नरेंद्र सिंह ने 'वेंटिलेटर' को लेकर नीतीश सरकार को लिखा था पत्र, आज जमुई सांसद ने CM को भेजा लेटर

पत्र लिखने में भी पिछड़े चिरागः नरेंद्र सिंह ने 'वेंटिलेटर' को लेकर नीतीश सरकार को लिखा था पत्र, आज जमुई सांसद ने CM को भेजा लेटर

PATNA: बिहार में कोरोना का कहर जारी है। सूबे की स्थिति काफी भयावह हो गई है। लोग बिना इलाज के मर रहे हैं। अस्पतालों में भी ऑक्सीजन की भारी कमी है। सरकार के तमाम दावों की हवा निकल गई है। हालांकि कई राजनीतिक दलों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की तरफ से कोरोना मरीजों को यथासंभव मदद की कोशिश की जा रही है। बीजेपी,जेडीयू,कांग्रेस,राजद,माले समेत कई अन्य दलों ने पीड़ितों की मदद के लिए हेल्पलाईन नंबर और हेत्प डेस्क बनाए हैं। राजद,जेडीयू ने तो पार्टी से जुड़े चिकित्सकों के नंबर भी जारी किये हैं ताकि लोग फोन कर उनसे चिकित्सीय सलाह ले सकें। लेकिन जिस दल ने बिहार और बिहारी को फर्स्ट बनाने का ठेका लिया था वो पूरी तरह से गायब है। चुनाव से ठीक पहले और चुनाव के दौरान लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान ने बिहारियों को बिहार फर्स्ट बनाने का सपना दिखाया था। लेकिन इस विपदा की घड़ी में लोजपा की तरफ से मदद की बात छोड़िए अपने लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर तक जारी नहीं कर सकी है। वैसे चिराग हेल्लाइन जारी करने में ही नहीं पिछड़े बल्कि पत्र लिखने में भी पिछड़ जा रहे। 

नरेंद्र सिंह से भी पिछड़ गए जमुई सांसद चिराग 

लोजपा ने लोगों की मदद के लिए भले ही कोई हेल्प लाइन नंबर नहीं जारी किया हो लेकिन अब वेंटिलेटर चालू कराने को लेकर सीएम नीतीश को पत्र लिखा है।हालांकि चिराग पासवान सांसद के नाते सीएम को पत्र लिखने में भी पिछड़ गये। चिराग पासवान से पहले पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह ने जमुई सदर अस्पताल में वेंटिलेटर चालू कराने के लिए सोमवार को ही  सरकार को पत्र लिखा था। आज लोजपा सुप्रीमो और जमुई से सांसद दिल्ली से सीएम नीतीश को पत्र लिखा है और वेंटिलेटर चालू कराने के लिए टेक्निशियन की मांग की है। सीएम नीतीश को लिखे पत्र में चिराग पासवान ने कहा है कि मेरे लोकसभा क्षेत्र जमुई के जिला अस्पताल में चार वेंटिलेटर हैं. जिसको ऑपरेट करने के लिए एक भी टेक्नीशियन नहीं है.कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण जमुई वासियों को इलाज में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसकी जानकारी पहले भी दी गई है. स्थानीय विधायक श्रेयसी सिंह ने इस संबंध में प्रशासन को अवगत कराया है. लेकिन अब तक इस दिशा में कोई पहल नहीं की गई. कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए यथाशीघ्र टेक्नीशियन मुहैया कराने की कृपा की जाए. चिराग पासवान ने वैसे तो 26 अप्रैल की तारीख में पत्र लिखा है लेकिन उसे आज मंगलवार को जारी किया है।


सीएम नीतीश के मित्र पूर्व मंत्री ने कल ही लिखा था पत्र

 सीएम नीतीश को लिखे पत्र में पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह ने कहा था जमुई सदर अस्पताल के कैंटीन नया वेंटिलेटर शोभा की वस्तु बन कर रह गई है। सदर अस्पताल में उपलब्ध छह वेंटिलेटर आज भी बेकार पड़ा है और कैंटीन में पड़े-पड़े धूल फांक रहा है। तकनीकी कर्मियों की कमी की वजह से इसका इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। कोरोना काल में वेंटिलेटर का कितना महत्व है, यह किसी संक्रमित की उखड़ती सांस बता देती है।उन्होंने नीतीश सरकार को पत्र लिखकर हैरानी व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द जमुई सदर अस्पताल में बेकार पड़े वेंटीलेटर को उपयोग में लाया जाए ताकि कोरोना संक्रमित मरीजों की जान बचायी जा सके। पूर्व कृषि मंत्री ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि प्रदेश में 99 प्रतिशत स्थानों पर ऑक्सीजन की कमी तो है हीं. साथ ही साथ वेंटिलेटर की भी कभी है। जिन अस्पतालों में वेंटिलेटर है तो उसे चलाने वाला ऑपरेटर नहीं है। उन्होंने जमुई सदर अस्पताल का उल्लेख करते हुए लिखा है कि जमुई अस्पताल में कई वेंटीलेटर हैं किंतु टेक्निशियन नहीं है। जिस कारण वेंटिलेटर शोभा की वस्तु बनकर रह गया. उन्होंने स्वास्थ्य सचिव से अनुरोध किया है कि बड़े पैमाने पर टेक्नीशियन को बहाल कर वेंटिलेटर को उपयोग में लाया जाए और अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की व्यवस्था शीघ्र कराई जाए ताकि कोरोना संक्रमित मरीजों की जान बचायी जा सके।

एक हेल्पलाइन नंबर तक जारी नहीं करवा सके चिराग

 आप लोजपा का ट्वीटर हैंडल देखेंगे तो प्रवक्ता-नेता लगातार नीतीश सरकार पर हमला बोल रहे हैं। आपदा के इस समय में सबसे बड़े दल राजद भी नीतीश सरकार की खिंचाई कर रही लेकिन बिहार के लोगों की मदद के लिए  काम भी कर रहा। राजद ने लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर तो जारी किये हीं वहीं पार्टी के चिकित्सा सेल से जुड़े डॉक्टरों के मोबाईल नंबर भी जारी किया है। ताकि लोग उस नंबर पर फोन कर चिकित्सीय सलाह ले सकें। कांग्रेस ने भी मदद के लिए हाथ बढ़ाये हैं।सोमवार को भाकपा माले की तरफ से भी हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। जेडीयू ने भी पार्टी से जुड़े डॉक्टरों के नाम-नंबर सार्वजनिक किये हैं। भाजपा की बात करें तो बीजेपी ने भी जिला स्तर पर मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किये हैं। हेल्प डेस्क भी बनाया गया है। 

लोजपा नेतृत्व की सफाई

जब हमने लोजपा के प्रदेश महासचिव संजय पासवान से पूछा तो उन्होंने स्वीकार किया कि अभी पार्टी की तरफ से हेल्पलाइन नंबर या कोई हेल्प डेस्क नहीं बनाया गया है। जब हमने उसे पूछा कि सत्ता पक्ष की बात छोड़िए विपक्ष की तरफ से भी बिहार के लोगों की मदद के लिए हेल्प लाइ नबंर जारी किये गए हैं। ऐसे में लोजपा क्या कर रही है...। इस पर लोजपा नेता ने थोड़ा असहज होते हुए कहा कि पार्टी के स्तर पर विचार किया जा रहा और जल्द ही मदद के लिए हेल्प लाइन नंबर जारी किये जायेंगे। लोजपा के इस रूख पर जेडीयू ने बड़ा हमला बोला है। जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा है कि ऐसे मौसमी नेता को बिहार चुनाव 2020 में जनता ने सबक सीखा दिया है और आगे भी सिखायेगी।

चुनाव से पहले चले थे बिहार को फर्स्ट बनाने अब भूल गए चिराग

बिहार के वोटरों ने विस चुनाव 2020 में चिराग पासवान के पैरों के नीचे से जमीन खींच ली. वे न घऱ के रहे न घाट के यानी पूरी तरह से पैदल हो गए. भाजपा-जेडीयू से पंगा लेकर चिराग पासवान अकेले चुनावी मैदान में उतरे थे। लोजपा सुप्रीमो ने 135 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे . लेकिन बिहार के वोटरों ने चिराग पासवान की पार्टी लोजपा की हवा निकाल दी। चिराग बिहार और बिहारी को फर्स्ट बनाने का लॉली पॉप दिखाकर वोटरों से वोट लेना चाहते थे। लेकिन वोटर उनसे अधिक चालाक निकले और झांसे में नहीं आये. एक सीट छोड़कर सभी जगहों पर लोजपा कैंडिडेट की करारी हार हुई।हालांकि एक मात्र विधायक भी चिराग से हाथ से निकल गया। बिहार में मिली करारी हार के बाद चिराग पासवान बिहार से पूरी तरह से गायब हो गए हैं। चले थे बिहार और बिहारी को फर्स्ट बनाने अब वे राज्य को ही भूल गए।



Suggested News