PATNA : लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने फर्जीवाड़ा में इतिहास रच दिया है। चिराग ने अब तक कई फर्जी काम किए हैं। लोजपा सुप्रीमो की कार्यप्रणाली से नाखुश होकर लोजपा छोड़े नेताओं ने सीधे चिराग पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। 2 दिन पहले जेडीयू में शामिल हुए केशव सिंह समेत तीन नेताओं ने चिराग पासवान के फर्जीवाड़े पर देश की आम जनता के नाम खुला पत्र लिखा है।
पत्र में कहा गया है कि चिराग पासवान देश के एक ठग और फर्जी सांसद हैं। पत्र में उल्लेख है कि चिराग पासवान को फर्जी इसलिए कह रहा हूं कि इनके फर्जीवाड़े की सूची इतनी लंबी है कि बिहार की जनता को बताना जरूरी है। लोकसभा पोर्टल में अपनी शिक्षा बीटेक कम्प्यूटर साइंस बताया है। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में दिए शपथ में स्वयं को बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी झांसी से प्रथम एवं द्वितीय सेमेस्टर 2005 को देखकर तृतीय सेमेस्टर में खाली छोड़ खुद बता दिया कि मैं बी टेक नहीं हूं। केशव सिंह एवं अन्य नेताओं द्वारा देश की जनता के नाम लिखे गए पत्र में कहा है कि चिराग 8-8 कंपनियों के निदेशक एवं कई ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं. लेकिन 2014 के चुनाव के शपथ पत्र में कई कंपनियों को नहीं दर्शाया. जबकि आप चार कंपनियों के मालिक थे वहीं आठ कंपनी होने के बाद भी 2019 में मात्र 6 कंपनियों को शपथ पत्र में दर्शाया है. पत्र में सभी आठ कंपनियों का नाम भी उल्लेख किया गया है ।खुला पत्र में आरोप है कि चिराग पासवान ने क्रिस्टल बिजनेस वेंचर प्राइवेट लिमिटेड एवं प्रेपयं इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को फर्जीवाड़ा कर छुपाया है ।
जदयू में शामिल हुए नेताओं ने आरोप लगाया है कि आप इतने बड़े फर्जी हैं कि अध्यक्ष बनते ही ठगी की नियत से अकेले चुनाव लड़ने का ढिंढोरा पीटा। फरवरी 2020 चुनाव के नाम एवं टिकट देने की शर्त रखकर 25000 प्राथमिक सदस्य के नाम पर ढाई- ढाई लाख रुपए ठगे.साथ ही विज्ञापन के नाम पर दो-दो लाख की ठगी की। लेकिन आपको 143 सीटों पर ढिंढोरा पीटने के बाद भी 54 विधानसभा क्षेत्रों में 94 नेताओं द्वारा सदस्यता भी चलाया गया । लालगंज वैशाली में 75 हजार सदस्य बनाए गए लेकिन आप के प्रत्याशी को मात्र 11000 ही वोट आया। यह आपके फर्जीवाड़ा की पहचान है। बाराचट्टी गया में आपके दल ने 200000 सदस्य बनाया लेकिन आप की उम्मीदवारी को 11244 मत प्राप्त हुए।
केशव सिंह ने कहा... हे फर्जी चिराग आपके दल में मात्र 54 जगह चुनाव लड़ने की इच्छा दिखाने वाले नेता रहने के बावजूद आपने 135 सीटों पर एनडीए से बाहर आकर चुनाव लड़ा तथा गठबंधन को लाभ पहुंचाया। आपने प्रशांत किशोर के साथ दलाली एवं फर्जीवाड़ा कर कितना कमाया इसका जवाब दें। आप स्वयं फर्जीवाड़ा करने वाले गैंग के राजा हैं। आप ही सदस्यता चलाने वाले साथी का टिकट काट कर दूसरे दल से आए गद्दार को टिकट देकर सम्मानित किया आप गद्दारों का सम्राट बन बैठे हैं।
पटना से विवेकानंद की रिपोर्ट