PATNA : सीट सेयरिंग पर लोजपा सांसद चिराग पासवान के तेवर कुछ नरम पड़ गये हैं। उन्होंने शनिवार को पटना में कहा कि हम सम्मानजनक समझौता चाहते हैं। संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष होने के नाते मैं चाहता हूं कि लोकसभा चुनाव में लोजपा सात सीटों पर चुनाव लड़े। लेकिन गठबंधन को मजबूत करने के लिए हम कॉम्प्रोमाइज के लिए तैयार हैं। लेकिन यह सम्मानजनक होना चाहिए।
कॉम्प्रोमाइज के लिए तैयार
चिराग पासवान से शनिवार को पटना हवाई अड्डा पर सवाल पूछा गया कि पशुपति कुमार पारस ने सात सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग रखी है तो चिराग ने कहा कि वे प्राटी के प्रदेश अध्यक्ष हैं और अपनी बात रख रहे हैं। पार्टी संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष होने के नाते मैं भी चाहूंगा कि लोजपा सात सीटों पर लड़े। गठबंधन के अंदर हमारी बातचीत चल रही है। कई बार गठबंधन को मजबूत करने के लिए कॉम्प्रोमाइज की जरूरत पड़ती है। हम इसके लिए तैयार हैं। लेकिन यह कॉम्प्रोमाइज सम्मानजनक होनी चाहिए। लोजपा कितनी सीटों पर लड़ेगी, इसको अभी सार्वजनिक नहीं किया जा सकता।
अभी राम विलास पासवान के बारे में कुछ तय नहीं
चिराग पासवान ने कहा कि पार्टी प्रमुख राम विलास पासवान के चुनाव लड़ने या नहीं लड़ने के बारे में कोई फैसला नहीं हुआ है। पिछले कुछ समय से इस बात की चर्चा हो रही है कि राम विलास पासवान 2019 में स्वास्थ्य कारणों से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्हें NDA की तरफ से राज्यसभा में भेजा जाएगा। हाजीपुर सीट से चिराग के चुनाव लड़ने अटकलें हैं। लेकिन चिराग पासवान ने इस मुद्दे पर अपने पत्ते नहीं खोले।
कुशवाहा जी क्यों ऐसा बोल रहे हैं, पता नहीं
चिराग पासवान ने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा जी तेवर तल्ख क्यों हैं इस मैं कोई राय नहीं दे सकता। लेकिन भाजपा के साथ हमारी बातचीत काफी सकारात्मक है। पिछले दिनों कुशवाहा जी से मुलाकात हुई थी। तब चीजें सहज लग रहीं थीं। लेकिन मैं भी पिछले कुछ दिनों से उनके बयानों को देख रहा हूं। वे क्यों ऐसा बोल रहे हैं, पता नहीं। लेकिन मैं चाहता हूं कि वे हमारे साथ रहें। चिराग ने कहा कि भाजपा और जदयू, गठबंधन की बड़ी पार्टियां हैं। वे अपने सहयोगी दलों को सीट बांटने के बाद बाकी सीटों को आधा-आधा बांट लेंगी।
पटना से गणेश सम्राट की रिपोर्ट