सीएम नीतीश और चाचा पारस से लड़ाई में चिराग की मुहिम को मिलेगा सहारा, इस पूर्व सांसद ने किया समर्थन का ऐलान

PATNA : पिता स्व.रामविलास पासवान के जन्मदिन पर आज से बिहार में आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत करने जा रहे चिराग पासवान को एक पूर्व सांसद का साथ मिल गया है। चाचा पशुपति और सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ इस राजनीतिक लड़ाई में चिराग पासवान के साथ जहानाबाद के पूर्व सांसद और भारतीय सब लोग पार्टी के मुखिया अरुण कुमार भी आ गए हैं। है। पूर्व सांसद अरुण कुमार ने इस बात का ऐलान भी कर दिया है। चिराग पासवान के समर्थन में वह पूरे बिहार में प्रचार-प्रसार करेंगे। उनकी पोजिशन को मजबूत बनाने की कोशिश करेंगे।
लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के मुखिया चिराग पासवान अपनी नीतीश विरोधी मुहिम को छोड़ने वाले नहीं हैं। इस पर वह अपना रुख पहले ही साफ कर चुके हैं। अब इनकी इस मुहिम को जहानाबाद के पूर्व सांसद और भारतीय सब लोग पार्टी के मुखिया अरुण कुमार का साथ मिलने जा रहा है। 5 जुलाई को पटना में वह पूर्व केंद्रीय मंत्री व चिराग के दिवंगत पिता रामविलास पासवान की पहली जयंती भी मनाने जा रहे हैं। चिराग में अरुण कुमार को राज्य का भविष्य दिख रहा है। आने वाले कुछ दिनों में वह और एक बड़ा ऐलान करने वाले हैं।
अरुण कुमार ने कहा कि दिवंगत रामविलास पासवान एक उदार नेता थे। वहीं चिराग को किसी के दया की जरूरत नहीं है। उन्हें खुद का मुकाम बनाना होगा। वह नीतीश के खिलाफ हैं। इस कारण मेरा साथ हमेशा उन्हें मिलता रहेगा। चिराग आने वाले एक साल का अपना वक्त बिहार को दे दें। फिर वो देखें क्या बदलता है उनके लिए।
बड़े दलित नेताओं से कर दी तुलना
19 जून को दिल्ली में उनके साथ मुलाकात हुई थी। करीब तीन घंटे की मुलाकात में कई मुद्दों पर हमारी बात हो चुकी है। जगजीवन राम, काशी राम, रामविलास पासवान और मायावती के बाद दलितों का कोई बड़ा नेता इनके अलावा कोई और नहीं है। ये पढ़े-लिखे होने के साथ मॉडरेट नेता हैं।
बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा और उनकी पार्टी रालोसपा के जदयू में विलय से पहले 2018 में पूर्व सांसद अरुण कुमार अलग हो गए थे। इसके बाद उन्होंने भारतीय सबलोग पार्टी बनाई। नीतीश कुमार और इनकी सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ अरुण कुमार हमेशा आवाज उठाते रहे हैं।