NDA में चिराग की नो इंट्रीः JDU के तल्ख तेवर के बाद BJP बैकफुट पर, धोखेबाज दल को सबक सिखाना जरूरी था-HAM

PATNA: बिहार विस चुनाव के दौरान लोजपा के सुप्रीमो चिराग पासवान ने सीट शेयरिंग के मुद्दे पर बिहार एनडीए से अलग राह पकड़ ली थी। चिराग पासवान एनडीए की सहयोगी जेडीयू को हराने का कोई कसर नहीं छोड़ा। इतना ही नहीं बीजेपी के कई नेता लोजपा में शामिल हो गए और चिराग ने उन्हें टिकट देकर नीतीश कुमार की पार्टी को हराने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। चुनाव के समय जेडीयू ने साफ कर दिया कि लोजपा अब एनडीए का हिस्सा नहीं है। हालांकि बीजेपी चिराग प्रकरण पर यह कहते रही कि चिराग का अब बिहार एनडीए से कोई वास्ता नहीं रहा। लेकिन बीजेपी चिराग पासवान को लेकर सॉफ्ट रही है।एनडीए की बैठक में चिराग को आमंत्रित किये जाने के बाद एक बार फिर से विवाद पटल पर आ गया है।
बीजेपी ने चिराग को किया था आमंत्रित
शनिवार को केंद्रीय बजट सत्र को लेकर एनडीए की बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में लोजपा को भी आमंत्रित किया गया था।जैसे ही यह खबर सहयोगी जेडीयू को लगी इसके बाद जदयू नेतृत्व ने इस पर सख्त एतराज जताया। जेडीयू ने साफ-साफ कह दिया था कि यह बर्दाश्त नहीं होगा। सहयोगी दल के तलख तेवर के बाद बीजेपी बैकफुट पर आ गई। बस क्या था बीजेपी-लोजपा की मंशा धरी की धरी रह गई और ऐन वक्त पर चिराग पासवान की एनडीए की बैठक में इंट्री बंद हो गई। हालांकि तब चिराग की तरफ से बताया गया कि स्वास्थ्य खराब होने की वजह से मीटिंग में शामिल नहीं होंगे।
जेडीयू के समर्थन में खुलकर आये मांझी
एनडीए की बैठक में चिराग पासवान की इंट्री पर जेडीयू नेताओं के सख्त तेवर के साथ ही सहयोगी जीतन राम मांझी ने भी तल्ख रूख अपना लिया था और बीजेपी को एक तरह से चेतावनी भी दे दी थी। अब चिराग की इंट्री बंद होन पर मांझी की पार्टी ने खुशी जताई है। हम ने इसके लिए भाजपा नेतृत्व को धन्यवाद दिया है। पार्टी का कहना है कि भाजपा नेताओं ने माना कि चिराग पासवान को बैठक में शामिल होने का पत्र गलती से चला गया था। हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने बताया कि भाजपा नेतृत्व का यह कदम NDA को मज़बूत करेगा,धोखेबाज़ पार्टियों को सबक़ सिखाना जरूरी था।