नागरिकता संशोधन विधेयक को लोकसभा से बंपर वोटों के साथ मंजूरी दिलाने के बाद मोदी सरकार को राज्यसभा से भी इसके पारित होने की उम्मीद है। आज दोपहर 12 बजे उच्च सदन में इस बिल को गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा पेश किया गया। राज्यसभा में इस वक्त नागरिकता संशोधन विधेयक पर चर्चा हो रही है। एनडीए की सहयोगी जेडीयू ने नागरिकता बिल का समर्थन किया। पार्टी के नेता राम चंद्र प्रसाद सिंह ने बिल पर जेडीयू का पक्ष सामने रखा।
राज्यसभा में जेडीयू के आरसीपी सिंह ने कहा कि हम इस बिल का समर्थन करते हैं। यह बिल बहुत स्पष्ट है, यह हमारे तीन पड़ोसी देशों से उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देता है, लेकिन यहां हमारे भारतीय मुस्लिम भाइयों पर बहस चल रही है। JDU सांसद ने कहा कि यूपीए से ज्यादा एनडीए की सरकार ने मदरसे बनाए, हमारी सरकार वेतन आयोग को आगे बढ़ा रही है। पहले की सरकारों से ज्यादा आज मदरसों का बजट किया गया है, बिहार में आज जाति-धर्म के नाम पर भेदभाव नहीं हुआ।
जेडीयू सांसद रामचंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि इस बिल को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है। इस बिल में संविधान का उल्लंघन नहीं हुआ है, ना ही आर्टिकल 14 का उल्लंघन हुआ है। जदयू ने राज्यसभा में इस बिल का समर्थन किया है।
उन्होंने कहा कि हमारा देश रिपब्लिक है, यहां के नागरिकों को समान अधिकार है। हमारे देश में CJI, राष्ट्रपति भी अल्पसंख्यक समाज से हुए हैं लेकिन क्या पड़ोसी मुल्क में ऐसा हुआ क्या। यहां NRC की बात हो रही है लेकिन C के आगे D भी होता है, हमारे लिए D का मतलब डेवलेपमेंट है।