New Delhi : सिटी बैंक पैसे की हेरफेर में कई बार फंस चूका है. कई दफे ऐसा हुआ है जब अपने कर्मचारियों की गलती से उपभोक्ताओं के अकाउंट में बड़ी रकम ट्रांसफर हुई है. इस बार किसी कर्मचारी की गलती के कारण सिटी बैंक को 90 करोड़ डॉलर का लॉस हो गया.
दरअसल न्यूयॉर्क के सिटी बैंक में लोन ऑपरेशंस स्टाफ ने इस बार गलती से कॉस्मेटिक्स कंपनी रेवलॉन का 90 करोड़ डॉलर का कर्ज उसके विभिन्न कर्जदाताओं को चुका दिया . उधर कॉस्मेटिक कंपनी के कर्जदाता अपने खातों में आ चुके इस पैसे को लौटाने को तैयार नहीं हैं. ऐसे में पेंच यहीं फंसा है कि वो रकम वापस कैसे आएगी. ये भारी-भरकम रकम ठीक तब कर्जदाताओं के अकाउंट्स में पहुंची है, जब अमेरिकी बैंकर रोनाल्ड पिरिलमन की रेवलॉन को डिफॉल्टर कंपनी घोषित कर दिया गया था. ऐसे में कर्जदाता कंपनी को दिए गए कर्ज के वापस मिले पैसों को वापस नहीं करना चाह रहे हैं. हालांकि भारतीय ग्राहकों पर इसके असर को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि इसका भारत में कोई असर नहीं होगा. यानी भारतीय इससे प्रभावित नहीं होंगे.
आपको बता दें कि इससे पहले दिसंबर 2019 में बैंक ने गलती से अमेरिका के नॉर्थ टेक्सास की एक महिला के खाते में 3.7 करोड़ डॉलर ट्रांसफर कर दिए थे. उस बार भी बैंक कर्ज में डूब गया था. इस बार कर्मचारी की गलती से मुसीबत में पड़े सिटी बैंक को 90 करोड़ डॉलर में से अब तक आधी रकम ही रेवलॉन के कर्जदाताओं से वापस मिल पाई है. रकम नहीं लौटाने वालों में ब्रिगेड कैपिटल मैनेजमेंट, एचपीएस इंवेस्टमेंट पार्टनर्स और सिम्फनी एसेट मैनेजमेंट ऐसी कंपनियां शामिल हैं. रेवलॉन ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि कंपनी की ओर से कर्ज वापस नहीं लौटाया गया है. कंपनी ने अपने कर्जदाताओं को भी इसकी जानकारी दे दी है. सिटी ग्रुप ने मामले की जांच शुरू कर दी है.