ARWAL : अरवल सिविल सर्जन कार्यालय में कोरोना का संक्रमण फैलने का भय सता रहा है. इसको लेकर सी एस कार्यालय को सील भी कर दिया गया है. आज सिविल सर्जन डॉ अरविंद कुमार के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद एक बार फिर कार्यालय में कर्मियों को डर सताने लगा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग में कई कर्मचारियों की कोरोना जांच कराई गई है. लेकिन अब तक रिपोर्ट आना बाकी है.
मिली जानकारी के अनुसार मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी कर्मचारियों के साथ काम किए हैं. इस कारण दूसरे कर्मचारियों में भी वायरस फ़ैलने का डर सता रहा है. उधर सदर अस्पताल में ओपीडी सेवा पूरी तरह से ठप है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग में सदर अस्पताल की ओपीडी सेवा पूरी तरह से बंद कर दिया है. वहीं इमरजेंसी सेवा फिलहाल बहाल है. इन कार्यालयों को सेनीटाइज करने की भी मांग उठ रही है. जिला अधिकारी के द्वारा सभी कार्यालय को सेनिटाइज किया जाने की प्रक्रिया भी प्रारंभ किया गया है.
बता दें की लगातार जिले में बढ़ रही कोविड-19 से संक्रमण के कारण जिला प्रशासन और स्वास्थ विभाग की एक बार पुनः बेचैनी बढ़ा दी है. हालांकि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने विशेष कदम उठाते हुए कई जगहों पर मास्क का वितरण और सोशल डिस्टेंस के नियमों का पालन करने की पूरी कोशिश किया है.
लगातार जिलाधिकारी के सुरक्षा गार्ड सहित अन्य कर्मियों को भी इसकी पुष्टि अब तक हो चुकी है. कुल मिलाकर यह कहा जाए कि जिस प्रकार से संक्रमण पूरे जिले में अधिकारियों पर पकड़ बना ली है. ऐसे में काम करने में पूरी तरह से मुश्किल साबित हो रहा है. फिलहाल जिलाधिकारी के निर्देशानुसार पूरे जिले में कोविड-19 को लेकर सतर्कता बरतने का निर्देश भी जारी किया गया है.
अरवल से विश्वनाथ कुमार की रिपोर्ट