पटना. रामचरितमानस का अपमान करने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर कार्रवाई करके बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यह बता रहे हैं कि उनका भी चंद्रशेखर को समर्थन है. वे भी रामचरितमानस का अपमान करने के समर्थक हैं. यह कहना है लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान का जिन्होंने रविवार को नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि रामचरितमानस या किसी और धार्मिक ग्रंथ पर बहस नहीं हो सकती. हो सकता है कि बिहार के शिक्षा मंत्री की आस्था न हो लेकिन करोड़ों लोगों की इस पर आस्था है ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश बोलते हैं कि उन्होंने गलत कहा. अगर ऐसा है तो वह अभी भी मंत्री क्यों हैं? यानी मुख्यमंत्री भी इसका समर्थन करते हैं.
दरअसल, नीतीश कुमार से बार बार विपक्षी दलों की ओर से चंद्रशेखर पर कार्रवाई करने की मांग की जा रही है. बावजूद इसके उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है. यहां तक कि राजद के नेताओं ने चंद्रशेखर के बयान का समर्थन किया. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने इसे मंडल और कमंडल की राजनीति से जोड़कर कहा कि हम किसी हालत में मंडल पर कमंडल की जीत होने नही देंगे. उन्होंने चंद्रशेखर के बयान के लिए उनकी पीठ थपथपाई.
वहीं जदयू अध्यक्ष ललन सिंह और संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने इसे राजद का मुद्दा बताया. महागठबंधन नेताओं के इस बयान के कारण विपक्षी दल भाजपा की ओर से बार बार नीतीश सरकार पर हिंदुओं की भावना को आहत करने का आरोप लगाया जा रहा है. साथ ही अब तक कार्रवाई नहीं होने को नीतीश कुमार से जोड़कर कहा जा रहा है कि ऐसे लगता है कि सीएम नीतीश भी अपने मंत्री का समर्थन कर रहे हैं.
अब उसी तरह चिराग पासवान ने नीतीश कुमार को निशाने पर लिया है. चंद्रशेखर पर कार्रवाई नहीं होने पर आश्चर्य जताया है. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि नीतीश कुमार भी अपने मंत्री का समर्थन का कर रहे हैं.