PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को पटना के अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी), मेदांता हॉस्पिटल और कृषि भवनका उद्घाटन किया। आईएसबीटी केउद्घाटन के साथ ही फेज-1 में बसों का परिचालन शुरू हो गया।इसके अंतर्गत प्रतिदिन लगभग 3,000 बसों का परिचालन होगा एवं लगभग 1.5 लाख यात्री एक जगह से दूसरी जगह आ-जा सकेंगे।
राज्य के विभिन्न कोनों से हर दिन हजारों की संख्या में लोग पटना आते हैं। दूसरे शहरों से आवागमन की समुचित व्यवस्था एवं यात्री बसों के व्यवस्थित संचालन के लिए वित्तीय वर्ष 2017-18 में मौजा पहाड़ी में अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल (आइएसबीटी) योजना की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई थी।
इस योजना की लागत 339 करोड़ 22 लाख है। इस आईएसबीटी में यात्रियों की सुविधा के लिए आधुनिक संसाधनों का पूरा इस्तेमाल किया गया है। सभी संरचनाओें में टिकट कॉउंटर, महिलाओें एवं पुरूषों के लिए अलग-अलग शौचालय, एस्केलेटर, लिफ्ट, विश्रामालय तथा पूरी संरचना में केन्द्रीकृत एयर कंडीशनर की व्यवस्था की गयी है। साथ ही व्यावसायिक ब्लॉक में होटल, मल्टीप्लेक्स, रेस्टोरेंट के साथ छोटी-छोटी दुकानें भी बनायी गयीं हैं। बसों के परिचालन हेतु 2 किलोमीटर की आंतरिक सड़क बनायी गयी है, जिसकी चैड़ाई 15 मीटर है। आगमन स्थल पर 68 बसें एवं प्रस्थान स्थल पर 72 बसों के ठहराव की व्यवस्था की गई है।
आई0एस0बी0टी0 के उद्घाटन के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतर्राज्यीय बस टर्मि नल का नाम बदल कर अब पाटलिपुत्र बस टर्मि नल कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इतना बड़ा बस टर्मिनल शायद ही कहीं और मिलेगा। इस बस टर्मिनल में सारी सुविधाओें और सेफ्टी का भी ध्यान रखा गया है।
इस मौके पर डिप्टी सीएम सुशील मोदी, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव समेत कई मंत्री और अधिकारी उपस्थित रहे।