PATNA: बिहार के मुखिया पर सरकार सख्त हो गई है।पंचायती राज विभाग ने योजनाओं में गड़बड़ी करने वाले मुखिया को बर्खास्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
पंचायती राज विभाग ने सीएम नीतीश के गृह जिला नालंदा के गोरौर पंचायत के मुखिया संतोष कुमार दिवाकर को पद से हटा दिया है।साथ हीं उन्हें पांच साल के लिए चुनाव लड़ने पर भी रोक लगा दिया है।पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने यह कार्रवाई की है।अपने आदेश में प्रधान सचिव ने बताया है कि बिहार पंचायती राज अधिनियम 2006 की धारा18-5 के प्रावदानों के अधीन मुखिया संतोष कुमार दिवाकर को पद से हटाया गया है।
मुखिया को पद्च्यूत करने के बाद प्रधान सचिव ने नालंदा डीएम को आदेश दिया है कि वर्तमान मुखिया के कार्यकाल में गोरौर पंचायत में ली गई सभी योजनाओं की जांच जिला स्तरीय प्रशासनिक अधिकारियों से करायें।और दोषी पर नियमानुसार कार्रवाई करें।
अपने नाम पर 30 लाख का कर लिया था निकासी
बता दें कि नालंदा के डीएम ने 14 मई 2019 को उक्त मुखिया के खिलाफ पंचायती राज विभाग को पत्र लिखा था।डीएम ने गोरौर पंचायत के मुखिया पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की अनुशंसा की थी।मुखिया पर पंचम राज्य वित्त आयोग एवं चौदहवें वित्त आयोग योजना मद के अवैध रूप से अपने नाम पर तीस लाख 53 हजार रू निकासी का आरोप था।