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सीएम नीतीश की नल-जल योजना हुई फेल, भीषण गर्मी में औरंगाबाद में बूंद-बूंद पानी को तरस रहे ग्रामीण

सीएम नीतीश की नल-जल योजना हुई फेल, भीषण गर्मी में औरंगाबाद में बूंद-बूंद पानी को तरस रहे ग्रामीण

औरंगाबाद. नल-जल योजना के माध्यम से लोगों को सुलभतापूर्वक स्वच्छ जल पहुंचाने का लाख दावा राज्य सरकार करें, लेकिन औरंगाबाद जिले के कुटुंबा प्रखंड क्षेत्र में यह दावा कागजी ही नजर आता है। इस भीषण गर्मी में भी लोगों को स्वच्छ जल नहीं मिल पा रहा है। अब भी लोग पानी के लिए नल के बजाय चापाकल पर ही निर्भर हैं। इतना ही नहीं, लोगों को चापाकल पर पानी के लिए घंटों इंतजार भी करना पड़ता है। 

कुटुंबा प्रखंड के मटपा पंचायत के पथरा गाँव के महादलित बस्ती में लोग पेयजल के भीषण संकट से जूझ रहे हैं। यहां 100 महादलित की बस्ती के लिए मात्र एक ही चापाकल है। जहां सुबह व शाम के समय स्वच्छ जल के लिए लोगों की लंबी कतार लग जाती है। ग्रामीणों ने बताया कि करीब डेढ़ वर्ष पूर्व गाँव में नल-जल योजना के तहत जलमीनार का निर्माण किया गया था और हर घर में नल भी लगाई गई थी, लेकिन शुरुआती दो-चार दिनों के बाद नल ने जल देना बंद कर दिया। लोगों का कहना है कि नल से जल देने का सरकार का दावा यहां खोखला साबित हो रहा है। लोग समस्या से काफी आक्रोशित हैं। कहते हैं कि पानी के अभाव में लोग ठीक से स्नान भी नहीं कर पाते। 

जनप्रतिनिधि या प्रशासनिक स्तर से यहां कोई दूसरा चापाकल भी नहीं लगाया जा रहा है। गर्मी के मौसम में गांव में लगे करीब एक दर्जन सरकारी सार्वजनिक चापाकल फेल कर गये है। वजह भूगर्भीय जल के स्तर में आई गिरावट है। वर्तमान में गांव में मात्र एक सार्वजनिक चापाकल चालू हालत में है। इसी चापाकल के सहारे महादलितों के सौ घरो की इस बस्ती के लोग रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने घरों में पानी ले जा रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में नल जल योजना के तहत स्थापित वाटर टावर से पानी की आपूर्ति करने और खराब पड़े चापाकलों को ठीक कराने की स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से गुहार लगा चुके है लेकिन उनकी एक नही सुनी जा रही है। वे गुहार लगाते थक हार चुके है।

पानी की समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों ने सरकार पर जमकर भड़ास निकाला और नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस बारे में जब पीएचडी के अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि टीम भेजकर दिखवा लिया जाएगा अगर ऐसा हुआ तो जल्द ही चापाकल को ठीक करवा दिया जाएगा।


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