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सीएम नीतीश ने कहा - रेलवे का निजीकरण असंभव, कोई चाह कर भी नहीं कर सकता

सीएम नीतीश ने कहा - रेलवे का निजीकरण असंभव, कोई चाह कर भी नहीं कर सकता

PATNA :  मुख्यमंत्री नीतीश ने शनिवार को कहा कि भारत में रेलवे का निजीकरण असंभव है। कोई चाह कर भी ऐसा नहीं कर सकता। रेलवे राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि पूर्व रेल मंत्री होने के नाते रेलवे से मेरा भावनात्मक लगाव है। इस मौके पर उनका दर्द भी छलका।

रेलवे का निजीकरण असंभव

नीतीश कुमार शनिवार को ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के युवा सम्मेलन कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारत में कोई चाह कर भी रेलवे का निजीकरण नहीं कर सकता। किसी कीमत पर इसका निजीकर नहीं हो सकता। नीतीश कुमार ने कहा कि वे इस मुद्दे पर कार्मचारी यूनियन के साथ हैं। रेलवे राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है और इसकी भूमिका कभी बदल नहीं सकती। उन्होंने कहा जब तक हम रेल कर्मियों को उत्साहित नहीं करेंगे तो वे काम क्या करेंगे ?  इस मौके पर उनका दर्द भी छलका। उन्होंने कहा कि मेरे कार्यकाल की कई योजनाओं में काम बहुत धीमा है। इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए।

रेलवे से भावनात्मक लगाव

नीतीश कुमार ने कहा कि वे भी रेल मंत्री रह चुके हैं। इस नाते उनका रेलवे से भावनात्मक लगाव है। उन्होंने अपने कार्यकाल के अनुभव को भी साझा किया। नीतीश कुमार ने कहा कि 1999 में एक रेल हादसे के बाद मैंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उस समय अटल बिहार वाजपेयी प्रधानमंत्री थे। उन्होंने मेरा इस्तीफा रिजेक्ट कर दिया। मैं दुखी था, फिर पीएम के पास गया। तब जा कर इस्तीफा मंजूर हुआ। वाजपेयी जी ने मुझे फिर रेल मंत्री बनाया।

 

मेरे कार्यकाल में कई बदलाव हुए

 नीतीश कुमार ने कहा कि जब वे दोबार रेल मंत्री बने ते तो उन्होंने रेल सुरक्षा पर विशेष रूप से कार्य किया। अधिकारियों और विशेषज्ञों की बैठक बुलायी। उनको सुझाव दिया कि   क रेलवे सेफ्टी पंड बनना चाहिए। मैंने 17 हजरा करोड़ रुपये के इस फंड का प्रस्ताव दिया था। इसमें से 12 हजार करोड़ रुपये सरकार को और 5 हजार करोड़ रुपये रेलवे को देना था। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल जी ने मेरा प्रस्ताव मान लिया और इसकी घोषणा कर दी। इसके बाद रेल सुरक्षा के क्षेत्र में कई बदलाव हुए। 

नीतीश ने कहा, मैंने ही ड्राइवर का नाम लोको पायलट दिया था

नीतीश कुमार ने कहा कि रेलवे सेफ्टी फंड के बनने से पटरी और सिग्नल के मामले में सुधार हुआ। उन्होंने यह भी बताया कि ईस्ट सेंट्रल रेलवे आज मेरे कारण मुनाफा में है। मैंने ही धनबाद मंडल को इसमें शामिल किया था जो कि काफी मुनाफा देने वाल मंडल है। उन्होंने कहा कि मैंने ही रेलवे के ड्राइवर को लोको पायलट का नाम दिया था। रेलवे के अधिकारियों और कर्मचारियों की समस्या को सुनना होगा। रेलवे में सबसे महत्त्वपूर्ण है सुरक्षा। युवा कर्मी इस पर काम करें। रेलकर्मियो ने नीतीश से नई पेंशन योजना की मांग की तो उन्होंने कहा कि कहा कि हम अपने स्तर से इसके लिए प्रयास करेंगे।

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