पटना. बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को जेड प्लस सुरक्ष और बुलेटप्रूफ गाड़ी मिलने पर पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने निशाना साधा है। सुशील मोदी ने चोटिले अंदाज में कहा है कि मैं तो बिहार में 12 साल तक डिप्टी सीएम रहा, मुझे तो कभी नहीं जेड प्लस सुरक्ष और बुलेटप्रूफ गाड़ी मिली न तो मुझे इसकी जरुरत महसूस हुई। जिनका राजपाट आते ही जनता सहम जाती है, भला उनको किससे इतना खतरा है कि सुरक्षा बढ़ायी जा रही है?
सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'बिहार में 12 साल तक उप मुख्यमंत्री रहा, लेकिन सरकार को न मुझे बुलेट प्रूफ गाड़ी देने की जरूरत महसूस हुई, न जेड-प्लस सुरक्षा की। मामूली सुरक्षा के बीच मैंने 1, पोलो रोड के सरकारी आवास से लंबे समय तक जनता की सेवा की। जिनका राजपाट आते ही जनता सहम जाती है, भला उनको किससे इतना खतरा है कि सुरक्षा बढ़ायी जा रही है!?'
सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'अब के डिप्टी सीएम पहले ही कार्यकाल में 5, देशरत्न मार्ग वाले सरकारी आवास में 46 एसी लगवा चुके हैं। गरीबों के मसीहा ने पद से हटने के बाद भी आलीशान बंगला न छोड़ने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ी, लेकिन दाल नहीं गली। उन्हें लगता था कि जो बंगला एक राजकुमार के लायक बनाया गया, उसमें दूसरा कैसे रह सकता है? उन्हें एनडीए का डिप्टी सीएम तो बीपीएल स्तर की सुविधा के लायक लगता था।'
सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'मुख्यमंत्री जी अपने नौजवान डिप्टी को जिस आदर और विनम्रता के साथ उनका हाथ पकड़ कर कुर्सी तक ले जाते दिखे, उससे साफ है कि डी-फैक्टो सीएम कौन है और कौन एहसान तले दबा हुआ। कुर्सी तो वही होती है, लेकिन बैठने वाले का भाग्य अलग-अलग होता है। महागठबंधन -02 में भी ब॒ड़े राजकुमार को छोटी कुर्सी मिलेगी, लेकिन उन्हें उनकी पसंद का स्वास्थ्य विभाग ही मिलना चाहिए। इलाज बेहतर हो या न हो, कम से कम जनता का मनोरंजन होते रहना चाहिए।'