DESK : देश के उद्योग जगत में पिछले कुछ दिनों में काफी उठापटक देखने को मिला है। जहां बिग बाजार पर रिलायंस ग्रुप ने अपना अधिकार कर लिया है। फिनटेक कंपनी भारत पे के फाउंडर अशनीर ग्रोवर को उनकी कंपनी से बाहर कर दिया गया है। वहीं अब एक और बड़ी कंपनी एवरेडी बैटरी को लेकर भी ऐसी ही खबर सामने आई है। बैटरी निर्माण में देश की पुरानी कंपनियों में शामिल एवरेडी के चेयरमैन आदित्य खेतान और सीएमडी अमृतांशु खेतान ने इस्तीफा दे दिया है। अब बताया जा रहा है डाबर इंडिया इस कंपनी को टेकओवर कर सकती है।
26 फीसदी हिस्से पर होगा डाबर का कब्जा
जानकारी के मुताबिक, डाबर ग्रुप की बर्मन कंपनी ने दो दिन पहले ही कंपनी को खरीदने के लिए ओपन ऑफर लाई थी। उसके बाद आदित्य और अमृतांशु खेतान ने इस्तीफा दे दिया है। बर्मन फैमिली 604 करोड़ रुपए में 26% हिस्सेदारी खरीदेगी।
चार अरब का कर्ज में डूबी थी कंपनी
वित्तवर्ष 2021 तक एवरेडी पर 418 करोड़ रुपए का कर्ज था। बैंकों ने कर्ज वसूलने के लिए गिरवी पड़े खेतान की कंपनी के शेयर बेच दिए थे। जिसमें बर्मन ग्रुप ओपन ऑफर में 5.26% हिस्सा के लिए 122.30 करोड़ रुपए का निवेश किया था। अब बर्मन ग्रुप की डाबर ने कंपनी को अपने अधिकार में करने की तैयारी शुरू कर दी है।
कंपनी अच्छी स्थिति में, नहीं होगा नुकसान
डाबर इंडिया के वाइस चेयरमैन मोहित बर्मन ने कहा कि हमारा इरादा सिर्फ कंपनी के कंट्रोल को हाथ में लेने का है। उन्होंने कहा, “इस ब्रांड में खासी क्षमताएं हैं। हमें लगता है कि हम इसमें वैल्यू जोड़ने और इस बिजनेस को अगले लेवल पर ले जाने में सक्षम होंगे।” एवरेडी (Eveready) पर बड़ा दांव लगाने की वजह पूछने पर बर्मन ने कहा कि हम लंबे समय से शेयरहोल्डर हैं और हमें लगा कि कंपनी को अब सही दिशा की जरूरत है। अच्छी बात यह है कि ग्रुप की फाइनेंशियल दिक्कतों के बावजूद इसकी स्थिति अच्छी है। हमें कंपनी का भविष्य अच्छा नजर आता है।
बर्मन ग्रुप की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी
एवरेडी में बर्मन ग्रुप पहले से ही सबसे बड़ी हिस्सेदारी वाली कंपनी है। इसके पास 19.85% हिस्सा है। ओपन ऑफर के लिए लीड मैनेजर जेएम फाइनेंशियल है। कंपनी 320 रुपए प्रति शेयर के भाव पर ओपन ऑफर लाई है जिसके तहत वह 11.38 लाख इक्विटी शेयर्स खरीदेगी।
सुवामोय साहा होंगे नए मैनेजिंग डायरेक्टर
कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को दी जानकारी में कहा कि सुवामोय साहा फिलहाल नए MD के रूप में चार्ज लेंगे। मार्केट रेगुलेटर सेबी के नियमों के मुताबिक, कंपनियों में 25% से ज्यादा हिस्सेदारी खरीदने पर ओपन ऑफर लाना होता है। कंपनी 5.26% के लिए यह ऑफर लाएगी। इसके बाद उसकी हिस्सेदारी एवरेडी में 25.11% हो जाएगी।
30 साल पहले खेतान ग्रुप ने खरीदी थी कंपनी
एवरेडी ग्रुप कोलकाता की पुरानी कंपनी है जो बैटरी आदि बनाती है। यह कंपनी पिछले 30 सालों से बीएम खेतान ग्रुप के नियंत्रण में थी। 1993 में खेतान ने इसे यूनियन कार्बाइड इंडिया से लिया था और बाद में इसका नाम एवरेडी रखा।