PATNA - पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद की गैरमौजूदगी में संगठन को मजबूत बनाने के लिए जुटे आरजेडी के नेता आपस में ही भिड़ गए। 2019 के चुनाव में रणनीति पर चर्चा के लिए तेजस्वी यादव ने आरजेडी की विस्तारित बैठक बुलाई थी। मकसद था लालू प्रसाद के उपलब्ध नहीं रहने के बावजूद पार्टी को एक साथ लेकर आगे बढ़ने का। लेकिन लालू प्रसाद की गैरमौजूदगी में पार्टी के बड़े नेताओं का मतभेद खुलकर सामने आ गया।
बैठक में सामने आया गतिरोध
आरजेडी सूत्रों के मुताबिक बैठक के दौरान तेजस्वी यादव सहित पार्टी के अन्य बड़े नेताओं ने बीजेपी से मुकाबले के लिए तैयार रहने की चर्चा की तो वरिष्ठ नेता मंगनी लाल मंडल उठ खड़े हुए। मंडल ने दो टूक कह दिया की आरजेडी के अंदर संगठन की मौजूदा स्थिति को देखकर बीजेपी से लड़ना उन्हें मुश्किल लग रहा है। मंगनी लाल मंडल ने इस बात पर नाराजगी जताई कि आज तक जिला और प्रखंड लेवल पर कमेटी का गठन नहीं हो सका। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी ने भी दरभंगा में पार्टी की जिला और प्रखंड स्तरीय कमेटी नहीं बनने पर चिंता जताई। फातमी ने तो यहां तक कह दिया कि नेता और कार्यकर्ता दावत खाने तो आ जाते हैं लेकिन अब तक दरभंगा के अंदर पार्टी बूथ लेवल का एजेंट तक बहाल नहीं कर सकी है। मंगनी लाल मंडल जब अपनी बात रख रहे थे उस दौरान गोपालगंज के जिला अध्यक्ष ने उनकी बात पर भी एतराज जताया। बैठक के दौरान मतभेद बढ़ता देख वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह ने यह कहकर विवाद को खत्म किया कि बीजेपी ने आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है और हमें भी इस पर मजबूती से आगे बढ़ना चाहिए।
लालू बिना स्थिति आउट ऑफ कंट्रोल
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने अब तक पार्टी को वन मैन शो की तरह चलाया है। यह लालू के राजनीतिक मिजाज का ही असर है की पार्टी के बड़े नेता भी उनके सामने जुबान खोलने में परहेज करते हैं। जाहिर तौर पर उनकी गैरमौजूदगी का असर आज की बैठक में दिखा। तेजस्वी यादव सॉफ्ट पॉलिटिशियन के तौर पर जाने जाते हैं। लिहाजा कई बार बैठक में उनके सामने स्थिति आउट ऑफ कंट्रोल होती दिखी।
पटना से विवेकानंद की रिपोर्ट