PATNA: कांग्रेस नेता ललन कुमार और नवरत्न ज्वेलर्स बहुचर्चित केस में लगातार नया मोड आ रहा है।सूत्रों के हवाले से जो बात निकल कर सामने आ रही उसके अनुसार कांग्रेस नेता ललन कुमार और नवरत्न ज्वेलर्स के मालिक धीरज कुमार और अन्य सहयोगियों का नार्को टेस्ट करवाया जा सकता है।इसके पहले पटना पुलिस मुख्यालय ने सीआईडी के एडीजी को एक नवंबर को पत्र लिखकर श्रीकृष्णापुरी थाना कांड संख्या 137-18 में समीक्षा कर साक्ष्यों के आधार पर परामर्श जारी करने और कांड का त्वरित निष्पादन का निर्देश दिया है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस मुख्यालय के आदेश के बाद सीआईडी ने अपनी जांच शुरू कर दी है।बताया जाता है कि अधिकारियों ने समीक्षा के क्रम में सीसीटीवी और मोबाईल लोकेशन खंगाला है। बताया जाता है कि कांग्रेस नेता ललन कुमार सीसीटीवी फुटेज में नहीं दिख रहे,साथ हीं टावर लोकेशन भी मेल नहीं खा रहा।इसके बाद आईजी ने चेक की फोरेंसिक जांच की सिफारिश की है।साथ हीं ललन कुमार और नवरत्न ज्वेलर्स के मालिक धीरज कुमार एवं अन्य सहयोगियों के नार्को टेस्ट की बात कही है।
इसके पहले पुलिस मुख्यालय ने गांधी मैदान थाना कांड संख्या-150/18 एवं श्रीकृष्णापुरी थाना कांड संख्या-137/18 के संबंध में कांड का पुनः अनुसंधान करने का आदेश 11 सितबंर को जारी किया था। पुलिस मुख्यालय ने अपने आदेश में जांच प्रतिवेदन पुलिस मुख्यालय को भी उपलब्ध कराने को कहा था।
बता दें कि कांग्रेस नेता ललन कुमार ने गांधी मैदान थाना में नवरत्न ज्वेलर्स के खिलाफ 150-18 नंबर केस दर्ज कराया था। केस की जांच के बाद पटना के तत्कालीन डीआईजी ने ललन कुमार द्वारा दर्ज केस को अनुसंधान के क्रम में गलत पाया और केस को बंद कर दिया।जबकि ललन कुमार द्वारा गांधी मैदान थाना में केस दर्ज किए जाने के काफी दिनों बाद नवरत्न ज्वेलर्स के मालिक ने भी श्रीकृष्णापुरी थाने में कांग्रेस नेता के खिलाफ 69 लाख के चेक बाउंस और ज्वेलरी का केस दर्ज किया था।इस केस को पटना के तत्कालीन डीआईजी ने सत्य करार दे दिया और कार्रवाई का आदेश जारी कर दिया।