DELHI- लोकसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में हलचल बढ़
गयी है। सोमवार को कांग्रेस ने राजद के सामने सीट बंटवारे का खाका पेश कर दिया है।
कांग्रेस ने राजद को हिदायत दी है कि वह 2009 की तरह हरकत नहीं करे। राजद, बिहार में कांग्रेस का सम्मान करे। महागठबंधन की मौजूदा
स्थिति में कांग्रेस ने 15 सीटों की मांग की है। कांग्रेस ने यह भी बताया है कि
अगर गठबंधन में भागीदार और बढ़ते हैं तो वह कुछ कम सीटों के लिए भी राजी हो सकती
है।
कांग्रेस ने 2014 के लोकसभा चुनाव में राजद के साथ तेलमेल
कर 12 सीटों पर चुनाव लड़ा था। दो सीटों पर उसे जीत मिली थी। 2009 में कांग्रेस ने अकेले चुनाव लड़ा था। इसके बाद भी उसे दो सीटों पर जीत
मिली थी। यानी 2014 में कांग्रेस को राजद
के साथ गठबंधन का कोई चुनावी लाभ नहीं मिला था।
इस लिए कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव
में उसे केवल गिनती के लिए सीटें नहीं चाहिए बल्कि जीतने वाली सीटें चाहिए।
कांग्रेस ने राजद से कहा है कि अगर नीतीश कुमार महागठबंधन
में आते हैं तो वह 10 सीटों पर राजी हो जाएगी। अगर नीतीश के साथ रामविलास पासवान
और उपेन्द्र कुशवाहा भी आते हैं तो वह अपने लिए 8 सीटें चाहेगी।
एनडीए की तरह महागठबंधन में भी सीटों को लेकर दवाब की राजनीति
तेज हो गयी है। इसके पहले भी कांग्रेस ने कहा था कि राजद को सीट बंटवारे के बारे
में 2014 से अलग हट कर सोचना होगा।