PATNA : देश में हर दिन कोरोना के चार लाख नए मामले सामने आ रहे हैं। इसी बीच कोरोना की तीसरी लहर के आने की बात सामने आने के बाद लोगों में खौफ को और बढ़ा दिया है। केंद्र सरकार के प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर विजय राघवन ने तीसरी लहर के आने की आशंका भी जता दी है। सरकार की इस आशंका पर IIT कानपुर के प्रोफेसर ने भी मुहर लगा दी है।
कोरोना संक्रमण के मामलों की मॉनिटरिंग कर रहे एक्सपर्ट का कहना है कि जुलाई तक कोरोना की दूसरी लहर समाप्त हो जाएगी। लेकिन इसके बाद भी लोगों को लंबे समय तक राहत नहीं मिलेगी। क्योंकि सिर्फ दो माह के अंतराल पर अक्टूबर में महामारी का तीसरा चरण आ सकता है। हालांकि यह लहर कितना खतरनाक होगा, इसको लेकर एक्सपर्ट ने कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि हो सकता है कि यह सामान्य लहर ही हो, लेकिन ये कई चीजों पर डिपेंड करता है। इसलिए हमें अपनी तरफ से हर परिस्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए।
पीक के समय को लेकर अनुमान गलत
इससे पहले कोरोना के एनालीसिस करनेवालों ने यह दावा किया था कि देश में संक्रमण का पीक 10-15 मई तक रह सकता है। इसके बाद महामारी की संख्या में कमी आ सकती है। लेकिन यह अनुमान गलत साबित होता नजर आ रहा है। बताया गया कि अब पीक का समय एक-दो सप्ताह आगे खिसक गया है। यह पीक कब आएगा, यह कुछ दिनों में स्पष्ट हो जाएगा। माना जा रहा कि पीक आने के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से गिरावट आएगी।
हर दिन 20 हजार मरीज
कानपुर आईआईटी के एक प्रोफेसर का दावा है कि जून माह से देश में कोरोना के मामले में बड़ी गिरावट आएगी और हर दिन नए मरीजों की संख्या 20 हजार के आसपास पहुंच जाएगी। फिलहाल चार लाख मरीज हर दिन मिल रहे हैं।