पटना- मौसम में लगातार परिवर्तन हो रहा है. इसके साथ हीं मौसमी बिमारियों के मामले भी बढ़ने शुरु हो गए हैं.इस साथ हीं कोरोना ने पांव पसारना शुरु कर दिया है. पटना में एक दिन में कोरोना के पचास से ज्यादा नए मामले मिले हैं. मरीज संक्रमण के हल्के लक्षण से संक्रमित हैं और जहां मामले मिल रहे हैं, वहां फॉगिंग कराई जा रही है.
आईजीआईएमएस के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर रोहित उपाध्याय का कहना है कोई भी वायरस जब एक बार आ जाता तो वह खत्म नहीं होता और कोरोना भी खत्म कभी नहीं होगा. हालांकि इसकी सीवीयरीटी समय के साथ धीरे-धीरे कम होती जाएगी. उन्होने कहा कि संक्रमित बिमारियों के मामले में सावधानी हीं बचाव है.
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोरोना आशंकितों के अधिकतर नमूने अभी प्रखंडों से आ रहे हैं. वहां के कर्मचारी हर दिन के नमूने उसी दिन प्रयोगशाला नहीं पहुंचा रहे हैं. आलम यह है कि 4 से 5 दिन बाद तक नमूने प्रयोगशाला पहुंचाए जा रहे हैं.
ऐसे में तापमान के प्रभाव से नमूने और जांच रिपोर्ट की गुणवत्ता प्रभावित होने की आशंका बढ़ जाती है. इसके अलावा निजी पैथोलाजी भी हर दिन की रिपोर्ट पोर्टल पर अपडेट नहीं कर रहे हैं. इस कारण कई दिन एक भी मामला नहीं आने के बाद अचानक बड़ी संख्या में संक्रमित मिलने से भय का वातावरण बन रहा है.