Desk...कोरोना अब थमने का नाम नहीं ले रहा है देश में कोरोना के मामले रोज नए रिकॉर्ड बना रहे हैं. पिछले 24 घंटे में एक लाख 69 हजार 914 मामले सामने आए. यह देश में एक दिन में मिलने वाले संक्रमितों का सबसे बड़ा आंकड़ा है. इससे पहले 10 अप्रैल को 1 लाख 52 हजार 565 केस सामने आए थे.उधर, नए संक्रमितों के साथ मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है. बीते दिन 904 लोगों ने कोरोना की वजह से दम तोड़ दिया। यह पिछले 6 महीने में एक दिन में जान गंवाने वालों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले पिछले साल 17 अक्टूबर को सबसे ज्यादा 1,032 लोगों की मौत हुई थी.
संकट किस हद तक बढ़ चुका है?
देश में कोरोना विस्फोट की स्थिति से निपटने में संसाधन कम पड़ रहे हैं. शहर-शहर अस्पतालों में बेड्स, ICU बेड्स, वेंटिलेटर की कमी देखी जा रही है तो श्मशान घाटों पर लाइनें लग रही हैं. कोरोना से निपटने में जरूरी रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए घंटों लोगों को लाइनों में लगते देखा जा रहा है. आखिर गया हुआ कोरोना संकट कैसे लौट आया. कोरोना की दूसरी लहर इतनी खतरनाक क्यों हैं? और कब तक राहत की उम्मीद है? इन सब सवालों के जवाब आज हर कोई जानना चाहता है. हम आपको बताते हैं कि एक्सपर्ट इस हालात को कैसे देखते हैं और हालात किस दिशा में जाते दिख रहे हैं.
कोरोना बदल रहा रूप, बच्चों में भी फैल रहा इंफेक्शन
पिछली वेव में कोरोना संक्रमित लोगों में अधिकांश युवा लोग असिम्प्टोमैटिक या माइल्ड सिम्प्टोमैटिक थे और ज्यादा संक्रमित नहीं हो रहे थे. बच्चों में इनफेक्शन बहुत कम था. नई लहर में बच्चों में भी संक्रमण फैल रहा है. गंभीर मसला ये है कि जिन यंग लोगों को कोरोना हो रहा है बहुतों में कोई सिम्पट्म नहीं है और जिनमें लक्षण हैं वो कई बार टेस्ट होने के बाद भी निगेटिव आ रहे हैं.
बिहार में कोरोना संक्रमण की स्थिति भयावह होती जा रही है। कोरोना के रोजाना मिलने वाले आंकड़े अपने ही पिछले रिकॉर्ड को तोड़ने में लगा है। 48 घंटे में कोविड-19 मरीजों की संख्या 7200 पार करते हुए 7225 पर पहुंच गया है वहीं 12 मरीजों ने अबतक इलाज के दौरान अपनी जानें गंवाई है।