DESK : पूरी दुनिया समेत भारत में कोरोना वायरस अब लोगों को अपने जद में लेने लगा है. भारत में अबतक 25 लोगों की कोरोना से मत हो चुका है जबकि 1000 मरीज कोरोना संक्रमित हैं. भारत में कोरोना के प्रभाव को रोकने के लिए भारत को 21 दिनों तक लॉकडाउन किया गया है. इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखने की बाद बार बार कही जा रही है.
कोरोना वायरस को रोकने के लिए सरकार ने 21 दिन का लॉकडाउन कर दिया है. सरकार लगातार सोशल डिस्टेंसिंग की सलाह दे रहे हैं. हालांकि कुछ लोग इसको मान नहीं रहे हैं, जिसका खामियाजा उनको भुगतना पड़ रहा है. इस तरह का एक मामला गुजरात के गांधीनगर से भी आया है, जहां पर सोशल डिस्टेंसिंग और क्वारनटीन में न रहने का खामियाजा 9 लोगों को भुगतना पड़ रहा हैं.
गांधीनगर के रहने वाले एक बिल्डर हाल ही में दुबई से गांधीनगर लौटे थे. वो सरकार के बार-बार कहने के बावजूद क्वारनटीन में नहीं रहे. नतीजा यह हुआ कि वो अपने परिवार के पांच सदस्यों को भी कोरोना वायरस का मरीज बना दिया, जिनमें उनकी पत्नी, मां, दादा और दादी शामिल हैं. इस बिल्डर ने अपने फूफा से भी मुलाकात की थी, जिसके चलते उनके फूफा भी कोरोना की चपेट में आ गए.
इसके बाद बिल्डर के फूफा, जो पेश से फार्मासिस्ट हैं, अपने परिवार के संपर्क में आए और अपनी पत्नी व परिवार को भी कोरोना मरीज बना दिया. इन सभी की कोरोना जांच की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. बिल्डर के फूफा गांधीनगर में फार्मासिस्ट होने के बावजूद कोरोना को लेकर अलर्ट नहीं रह पाए. वो खुद कोरोना की चपेट में आए और अपने परिवार को भी लपेट लिया.