NEW DELHI : देश में कोरोना संक्रमितों को हो रही ऑक्सीजन की परेशानी को लेकर केंद्र सरकार ने सभी जिलों के डीएम और एसपी को जिम्मेदारी सौंपी है। केंद्र सरकार ने निर्देश दिया है कि डीएम और एसपी यह सुनिश्चित करें कि जिलों में निर्बाध रूप से ऑक्सीजन की सप्लाई हो, इसमें किसी प्रकार की बाधा आने की पूरी जिम्मेदारी उनकी होगी और आपदा प्रबंधन के नियमों के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
पिछले कुछ दिनों से देश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की सप्लाई में आई दिक्कतों और सप्लाई को लेकर पीएम मोदी ने गुरुवार को समीक्षा बैठक की थी। जिसमें स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बताया गया कि सभी राज्यों में मांग के अनुरुप ऑक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किया जा रहा है। बुधवार को 20 राज्यों से 6785 टन प्रतिदिन सप्लाई की मांग की गई थी, जबकि केंद्र की ओर से इन 6822 टन ऑक्सीजन आपूर्ति की गई। अधिकारियों की तरफ से साफ जाहिर किया गया कि समस्या उपलब्धता नहीं बल्कि अस्पतालों तक उसे पहुंचाने की है।
कुछ राज्य कर रहे हैं मनमानी
बैठक में बताया गया ऑक्सीजन उत्पादक कुछ राज्य सप्लाई में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। इन राज्यों की कोशिश है कि उनके यहां की इकाइयों से उत्पादित होनेवाला ऑक्सीजन उन राज्यों के अस्पतालों में पहले पहुंचाए जाएं। जिस पर पीएम ने नाराजगी जाहिर करते हुए सप्लाई में रुकावट डालनेवाले अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए हैं। पीएम ने साफ किया है कि ऑक्सीजन टैंकरों को निर्बाध जाने दिया जाए, ताकि समय पर वह मंजिल तक पहुंच सके।