डेस्क... आज क्रिसमस है। क्रिसमस की बधाई के साथ सभी ने एक दूसरे को मेरी क्रिसमस कहा। रात 12 बजते ही क्रिसमस से सारा शहर झूम उठा, लेकिन इस बार कैरोल सिंगिंग को लेकर चर्चाें में पाबंदी रहेगी। इस बार इसाई धर्मावलंबियों के लिए दो शिफ्ट में मास प्रेयर का आयोजन किया जाएगा, जिसमें 350 लोगों के आने की ही इजाजत होगी। राजधानी में खूबसूरती से सजे चर्चाें में सादगी के साथ क्रिसमस मनाया जाएगा।
सादगी के साथ मनेगा क्रिसमस
क्रिसमस पर शहर के चर्च जगमगा उठे हैं। इनकी छटा देखते ही बन रही है। लेकिन इस बार यहां के चर्चों में कोई कल्चरल एक्टिविटी नहीं होगी। कैरोल सिंगिंग से लेकर यीशू के जन्म को लेकर रंगारंग कार्यक्रम इस बार किसी भी चर्च में आयोजित नहीं होंगे। कोरोना के कारण इस बार शहर के चर्चों में क्रिसमस सादगी के साथ मनेगा। हालांकि अलग-अलग जगहों पर चर्च को खूबसूरती से सजाया गया है लेकिन यहां प्रेयर के दौरान भीड़ नहीं लगेगी। इसके लिए चर्च में व्यवस्था की गई है।
कोरोना के कारण इस बार दो शिफ्ट में मास प्रेयर आयोजित होंगे। आर्कबिशप फादर प्रेम प्रकाश एस.जेस ने बताया कि मास प्रेयर सुबह 7 बजे और 9 बजे आयोजित किया जाएगा। मास प्रेयर के बाद चर्च बंद हो जाएगा, जिसके बाद श्रद्धालु कैंडल नहीं जला पाएंगे।
घर-घर होती थी कैरोल सिंगिंग
क्रिसमस को लेकर इसाई समुदाय में हर साल क्रिसमस से पहले घर-घर कैरोल सिंगिंग और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित होती थीं। इ्स बार कोरोना के कारण ये नहीं हो पाएंगी। चर्च में नुक्कड़ नाटक के साथ कई तरह की गतिविधियां आयोजित की जाती थीं। इस बार मिडनाइट मास नहीं होगा। हमलोग कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं कर रहे हैं। कोरोना के कारण सादगी से मास प्रेयर रखा गया है। बुजुर्गों के लिए अलग से मास प्रेयर रखा जाएगा।