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बिहार में कोरोना की सुनामी: 197 पहुंचा आंकड़ा, एक महीने में जो नहीं हुआ वो बीते 4 दिनों में हो गया

बिहार में कोरोना की सुनामी: 197 पहुंचा आंकड़ा, एक महीने में जो नहीं हुआ वो बीते 4 दिनों में हो गया

DESK: बिहार में कोरोना के आंकड़ों में पिछले 5 दिनों में गजब का मेगा जंप देखा गया है . सूबे में कोरोना संक्रमण का जाल  बेहद तेजी से फैल रहा है.  इसका अंदाजा आप ऐसे लगा सकते हैं कि 20 अप्रैल की सुबह राज्य में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 96 थी जो  24 अप्रैल की शाम तक 197 पहुंच गई है. 

बिहार में कोरोना का पहला केस 22 मार्च को आया था. जब मुंगेर के एक शख्स की रिपोर्ट उसकी मौत के बाद पॉजिटिव पाई गई थी . अब 22 मार्च से 22 अप्रैल तक की संख्या देखें तो 30 दिन में 96 केस आए. लेकिन बीते चार दिनों में जो आंकड़े सामने आए हैं और जिस रफ्तार से कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं उससे चिंता बढ़ गई है क्योंकि बीते एक महीने के आंकड़ें को बिहार ने  इन 4 दिनों में ही क्रॉस कर लिया है. ताजा आंकड़ों ने इन 30 दिनों को तेज रफ्तार में पछाड़ दिया है. 20 अप्रैल से 24 अप्रैल यानि सिर्फ 4 दिन में 101 कोरोना पॉजिटिव सामने आ गए हैं. 

4 दिनों में तेजी से बदला ग्राफ 

19 अप्रैल से अब तक जिन जिलों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में बेतहाशा बढोत्तरी हुई है उनमें पटना, नालंदा और मुंगेर शामिल हैं. वहीं कैमूर,बक्सर, रोहतास और भागलपुर में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा हुआ है . 24 अप्रैल को 21 नए मरीजों के साथ मुंगेर जिला इस वक्त बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले में टॉप पर पहुंच गया है जहां कुल कोरोना पॉजिटिव की संख्या 52 पहुंच गई है. मुंगेर वो जिला है जहां से सूबे के भीतर सबसे पहले कोरोना की एंट्री हुई थी और पहली मौत भी इसी जिले के नाम पर दर्ज है.वहीं नालंदा दूसरे नंबर पर है जहां संख्या पहुंच गई है 31 . नालंदा को सील कर ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है. 20 अप्रैल की सुबह तक तक नालंदा में 11 कोरोना पॉजिटिव थे। लेकिन 24 अप्रैल को दोपहर तक ये आंकड़ा 31 हो गया.  यानि 4 दिन में ही मरीजों की तादाद लगभग तिगुनी रफ्तार से बढ़ी है. 

पटना में  20 अप्रैल की सुबह तक तक 7 मरीज थे.  24 अप्रैल की दोपहर में ये आंकड़ा बढ़कर 24 तक जा पहुंचा है. .यानि तीन गुना से भी ज्यादा की बढ़ोतरी. कैमूर वो जिला है जहां 23 अप्रैल की सुबह तक कोरोना का नामों निशान तक नहीं था. लेकिन 23 अप्रैल की शाम में यहां एक साथ 8 कोरोना पॉजिटिव मिले. यही हाल रोहतास का है. यहां 21 अप्रैल की सुबह तक कोरोना नाम की कोई चीज नहीं थी. लेकिन 21 अप्रैल की शाम यहां पहला पॉजिटिव पाया गया और 24 अप्रैल की दोपहर तक ये आंकड़ा 7 तक पहुंच गया.वहीं बक्सर जिले में पिछले 4 दिनों में 6 नए कोरोना संक्रमितों के साथ संख्या 8 पहुंच गई है. भागलपुर में पिछले 4 दिनों में आंकड़ा 1 से 5 तक पहुंच गया है. इन जिलों के अलावा बांका और पूर्वी चंपारण वो जिले है जहां कोरोना ने इन्ही 4 दिन में पहली बार दस्तक दी है. 

रफ्तार में तेजी की वजह

स्वास्थ्य विभाग की माने तो मरीजों के तेजी से बढ़ने की वजह वो लोग हैं जो सबसे पहले संक्रमण का शिकार हुए. इन्हीं की लापरवाहियों के चलते ही इनके कॉन्टैक्ट में आने वाले परिवार या पड़ोस के लोग संक्रमित होते चले गए. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि लॉकडाउन का सही से पालन और ट्रैवल हिस्ट्री या कोरोना के लक्षण की जानकारी फौरन नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में देना ही एकमात्र उपाय है जिससे राज्य में कोरोना के और फैलने पर लगाम लगाई जा सकती है. 


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