DESK: विश्वभर में साल 2020 से ही कोरोना महामारी ने तबाही मचा रखी है। साल 2021 के भी 6 महीने पूरे हो चुके हैं, मगर कोरोना महामारी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। लगातार ही कोरोना के अलग-अलग वैरिएंट सामने आ रहे हैं। पहले डेल्टा प्लस वैरिएंट आया और अब लैम्बडा वैरिएंट की चर्चा की जा रही है। कोरोना महामारी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था सहित स्वास्थ्य व्यवस्था को बुरी तरह झंझोड़कर रख दिया है। इसी बीच भारत के कुछ राज्यों में अब भी कोरोना का कहर जारी है। कई राज्यों में हालात बेहतर हैं, मगर आने वाले वक्त के लिए तैयारी जारी है।
बीते 24 घंटे में देश में कोरोना संक्रमितों के 43 हजार 393 नए मामले मिले। इस दौरान 911 मरीजों की मौत हुई। इसके अलावा इसी अवधि में 44 हजार 459 लोग कोरोना से रिकवर हुए हैं।फिलहाल, देश में 4 लाख 58 हजार 727 मरीजों का इलाज जारी है। नए आंकड़ों को मिलाकर कुल संक्रमितों की संख्या 3 करोड़ 7 लाख 52 हजार 950 हो गई है। वहीं, महामारी में अब तक 4 लाख 4 हजार 939 लोग जान गंवा चुके हैं। बीते 24 घंटों में सबसे ज्यादा मामले केरल में मिले हैं। दक्षिण भारतीय राज्य में संक्रमण के 13 हजार 772 नए मामले मिले हैं। इसके बाद तमिलनाडु में 3211, आंध्र प्रदेश में 2982 और दिल्ली में 93 मरीजों की पहचान हुई है। ICMR की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, 8 जुलाई तक 42 करोड़ 70 लाख 16 हजार 605 सैंपल की जांच की जा चुकी है। बीते दिन देश में 17 लाख 90 हजार 708 नमूनों की जांच की गई।
वहीं शुक्रवार की बात करें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में कोरोना के मौजूदा हालात और ऑक्सीजन की कमी पर विस्तृत वार्ता की। केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र और केरल में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से हम तस्वीरों और वीडियो में देख रहे हैं कि सभी लोग भीड़-भाड़ वाली जगहों पर बिना मास्क और बिना सामाजिक दूरी बनाए घूम रहे हैं। यह अच्छा नजारा नहीं है और इससे हममें डर की भावना पैदा होनी चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे समय में लापरवाही के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। एक गलती के दूरगामी प्रभाव होंगे और कोरोना पर काबू पाने की लड़ाई कमजोर होगी। सभी को यह याद रखना चाहिए कि कोरोना का खतरा टला नहीं है। कई अन्य देशों में संक्रमण में वृद्धि देखी जा रही है। वायरस भी म्यूटेट कर रहा है।