DESK: देश में कोरोना के मामलों में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है. पिछले 48 घंटों की बात करें तो नहीं संक्रमितों के आंकड़े 2 लाख से भी नीचे जा चुके हैं. यह लोगों का आपसी अनुशासन और लॉकडाउन का है सुखद नतीजा है. हालांकि देश में हो रही मौतें कोरोना के कारण अब भी चिंताजनक बनी हुई हैं, और इसे कम करना फिलहाल सरकार की प्राथमिकता बन गई है.
पिछले 24 घंटे में देश में 1 लाख 65 हजार 146 कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई. नए संक्रमितों के आंकड़ों के मामले में यह पिछले 47 दिनों में सबसे कम है. इसके पहले 12 अप्रैल को 1 लाख 60 हजार 854 नए मामले मिले थे. वहीं दूसरी तरफ पिछले 24 घंटे में 3460 लोगों की कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हो गई. पिछले 48 घंटे में मौत का आंकड़ा 4000 से घटकर 3500 हजार के आसपास आ गया है. हालांकि इसे और कम होने की जरूरत है. इसके अलावा शुक्रवार को 2 लाख 73 हजार 806 लोगों ने कोरोना को मात दी. इसके साथ ही देश में एक्टिव केस की संख्या घटकर 22.14 लाख हो गई है.
फिलहाल देश में के 19 राज्यों में लोगों जैसी पाबंदियां लागू है और 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आंशिक लॉकडाउन लगा हुआ है. यह सबसे बड़ा कारण है कि कोरोना संक्रमण का व्यापक प्रचार-प्रसार थमा है और कोरोना संक्रमण की चेन टूटी है. हालांकि इस वक्त कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक ब्लैक फंगस नजर आ रहा है. देश में इसके मामले बढ़ते जा रहे हैं और गुजरात ब्लैक फंगस के मरीजों का हॉटस्पॉट बना हुआ है. इसकी रोकथाम के लिए कुछ इंजेक्शन निकाले गए हैं और राज्यों को इसकी खेप भेजी गई है, ताकि कम से कम मरीजों की मौत ब्लैक फंगस की वजह से हो. इसके अलावा कोरोना टीकाकरण के मोर्चे पर भी सरकार लगातार काम कर रही है. देश में शुक्रवार से ही 2 साल से लेकर 18 साल तक के बच्चों पर कोरोना वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो चुका है.