DESK: देश में भले ही कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार कम पड़ गई हो, मगर हमारी छोटी-सी लापरवाही से हालात काबू के बाहर जाने में वक्त नहीं लगेगा। पिछले कुछ दिनों की बात करें तो मंगलवार को देश में कई दिनों बाद कोरोना का ग्राफ 50 हजार के नीचे आया। इसे देखकर लोगों ने थोड़ी राहत की सांस ली। हालांकि ऐसा केवल एक ही दिन रहा, बुधवार को दोबारा कोरोना के मामले 50 हजार के पार पहुंच गए। यही हाल, आज, यानी की गुरूवार को भी है। वहीं रिकवरी रेट की बात करें तो पहले की अपेक्षा इसमें बढ़त देखी गई, जो की राहत देने वाली है।
बीते दिन देशभर में कोरोना के 54 हजार 069 नए मामले दर्ज किए गए। इस दौरान कुल 1321 मरीजों की मौत हो गई। अच्छी खबर है कि देश में एक्टिव केस कम होकर 6 लाख 27 हजार 57 पर आ गया है। नए आंकड़ों को मिलाकर देश में कुल मरीजों की संख्या 3 करोड़ 82 हजार 778 पर पहुंच गई है। जबकि, महामारी में अब तक 3 लाख 91 हजार 981 मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं। ICMR के मुताबिक, बीते दिन देश में 18 लाख 59 हजार 469 सैंपल की जांच की गई। नए आंकड़ों को मिलाकर अब तक 39 करोड़ 78 लाख 32 हजार 667 नमूने जांचे जा चुके हैं। गुरुवार सुबह सात बजे तक के सरकारी आंकड़े बताते हैं कि देश में 30 करोड़ 16 लाख 26 हजार 028 वैक्सीन डोज दिए जा चुके हैं। इनमें पहले डोज की संख्या 24 करोड़ 82 लाख 24 हजार 925 है। जबकि, दूसरे डोज के मामले में यह आंकड़ा 5 करोड़ 34 लाख 01 हजार 103 है।
इन सब के बीच कोरोनावायरस के डेल्टा वैरिएंट को लेकर देश में तीखी बहस जारी है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह काफी खतरनाक है और तीसरी लहर का कारण बन सकता है। वहीं कुछ अन्य मीडिया रिपोर्ट के दावों को मानें तो डेल्टा वैरिएंट खतरनाक जरूर है, मगर हमारी वैक्सीन इसपर असरदार है। देशभर में डेल्टा प्लस वेरिएंट के 40 मामले सामने आ चुके हैं। इस बात की जानकारी सरकार ने बुधवार को दी है। फिलहाल, महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश में इस वेरिएंट की सक्रियता ज्यादा देखी जा रही है।