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गुजरात-हिमाचल प्रदेश के साथ पांच राज्यों के छह विधानसभा और एक लोकसभा सीट के लिए वोट की गिनती आज, सभी प्रमुख पार्टियों ने किए जीत के दावे

गुजरात-हिमाचल प्रदेश के साथ पांच राज्यों के छह विधानसभा और एक लोकसभा सीट के लिए वोट की गिनती आज, सभी प्रमुख पार्टियों ने किए जीत के दावे

DESK : दिल्ली MCD चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. अब बारी गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव सहित छह विधानसभा और मैनपुरी लोकसभा के लिए उपचुनाव की है. जहां हुए चुनाव के बाद आज वोटों की गिनती की जाएगी। जिन विधानसभा सीटों के नतीजे आएंगे उनमें उत्तर प्रदेश की रामपुर और खतौली सीट, ओडिशा की पद्मपुर सीट, राजस्थान की सरदारशहर सीट, बिहार की कुढ़नी और छत्तीसगढ़ की भानुप्रतापपुर सीट शामिल है। इसके अलावा मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव के नतीजे सामने होंगे.

दो राज्यों में बीजेपी की वापसी 

दिल्ली MCD में मिली हार के बाद बीजेपी का फोकस गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव और कुछ राज्यों में हुए उपचुनाव के नतीजों पर शिफ्ट हो गया है. जहां गुजरात को लेकर बीजेपी नेतृत्व पूरी तरह आश्वस्त है कि वह फिर से वहां सरकार बनाने में कामयाब होगी, वहीं हिमाचल प्रदेश में भी फिर से सत्ता में वापसी करने को बेकरार है. 

वहीं MCD चुनाव में शानदार प्रदर्शन करने के बाद अब आम आदमी पार्टी को उम्मीद है कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश में हुए विधानसभा में भी पार्टी को कामयाबी मिलेगी. 

यूपी में दो विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुआ

यूपी में खतौली, रामपुर विधानसभा और मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुआ था. तीनों सीटों के नतीजे केंद्र और राज्य सरकार की सत्ता पर तो कोई असर नहीं डालेंगे, लेकिन ये बीजेपी और सपा दोनों के लिए साख की लड़ाई जरूर है. तीन सीटों के ये नतीजे दोनों ही पार्टियों के लिए अहम हैं. अगर बीजेपी जीतती है तो सपा के खिलाफ ये उसकी लगातार तीसरी जीत होगी. वहीं अगर सपा जीतती है तो ये उसके लिए उपलब्धि जैसा होगा और साबित हो सकेगा किअपने गढ़ में सपा अबभी मजबूत है.

मैनपुरी की विरासत को संभालेंगी डिंपल यादव

उत्तर प्रदेश मेंमैनपुरी सीटपर सबकी नजरे हैं. मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई इस सीट पर समाजवादी पार्टी ने अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को उतारा है. वहीं बीजेपी ने रघुराज सिंह शाक्य को उम्मीदवार बनाया है, जो कि मुलायम के भाई शिवपाल यादव के शिष्य रहे हैं.

अब बात करते हैंरामपुरकी. मौजूदा विधायक आजम खान को 2019 के एक हेट स्पीच के मामले में दोषी पाया गया था. इसके बाद उनको अयोग्य ठहराया दिया गया और उनकी विधायकी छिन गई. अब बीजेपी ने यहां से आकाश सक्सेना को उतारा है जो कि पूर्व विधायक शिव बहादुर सक्सेना के बेटे हैं. वहीं सपा ने असीम रजा को टिकट दिया है.

खतौलीकी बात करें तो यहां बीजेपी विधायक विक्रम सैनी की विधायकी छिन गई थी. इसलिए यहां उपचुनाव हुआ था. बीजेपी ने यहां से विक्रम सिंह सैनी की ही पत्नी रामकुमारी सैनी को उतारा है. वहीं RLD-सपा ने यहां मदन भैया को उम्मीदवार बनाया है. वह चार बार विधायक रह चुके हैं लेकिन आखिरी बार इलेक्शन 15 साल पहले जीते थे. 2012, 2017 और 2022 में उन्हेंलोनी से हार का सामना करना पड़ा था


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