नवादा. व्यवहार न्यायालय में पेशी के दौरान बोरा मांझी की हुई मौत के खिलाफ आज समाहरणालय गेट पर भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने नवादा पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। भाकपा माले नेत्री सावित्री देवी ने कहा कि शाहपुर पुलिस द्वारा शराब के नशे में बोरा मांझी की बेरहमी से पिटाई की गई थी। इसके कारण नवादा व्यवहार न्यायालय में पेशी के दौरान उसकी मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि शराबबंदी के नाम पर पुलिस गरीबों पर कहर बरपा रही है। उन्होंने मृतक बोरा मांझी के परिजनों को 20 लाख रुपये मुआवजा के साथ अन्य सरकारी लाभ देने की मांग सरकार से की है। साथ ही शाहपुर ओपी प्रभारी को अभिलंब निलंबित कर हत्या का मुकदमा दर्ज करा कर गिरफ्तारी की मांग एसपी से की है।
जानिए क्या है मामला
4 जून की शाम शाहपुर ओपी क्षेत्र के बोझवां गांव स्थित महादलित टोले में छापेमारी कर पुलिस ने शराब के नशे में बोरा मांझी को गिरफ्तार किया गया था। न्यायालय में पेशी के दौरान बोरा मांझी की तबीयत बिगड़ गई और मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी। पत्नी का आरोप है कि पुलिस द्वारा पिटाई के दौरान उसके पति के शौच क्रिया से जुड़ा अंग क्षतिग्रस्त हो गया था, जो मौत का कारण बना है।
बहरहाल, यह प्रकरण ठंडा होता नहीं दिख रहा है। अब पुलिस अपनी जगह, न्यायिक जांच शुरू करेगी। कोर्ट ने पुलिस अधीक्षक को कांड से संबंधित सभी कागजात जांच को नियुक्त न्यायिक दंडाधिकारी को सुपुर्द करने का आदेश दिया है।