PATNA : उजियारपुर लोकसभा सीट से सीपीएम ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। पार्टी ने यहां से अपने राज्य सचिव मंडल सदस्य कामरेड अजय कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है।
पार्टी के राज्य सचिव अवधेश कुमार ने अजय कुमार के नाम का ऐलान करते हुए कहा कि सीपीआई ने भाजपा को सत्ता से हटाने को लेकर वामदलों समेत सभी विपक्षी पार्टियों से तालमेल का अथक प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बन पाई। जिसके बाद पार्टी ने अपने फैसले के अनुरूप और पार्टी द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के उद्देश्य से पार्टी ने अपने जनाधार एवं अपने साथियों के कुर्बानी देने वाले संसदीय क्षेत्र उजियारपुर से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा कि पार्टी की ओर से उजियारपुर संसदीय क्षेत्र से अपने युवा संघर्षशील पार्टी के राज्य सचिव मंडल सदस्य कामरेड अजय कुमार चुनाव लडेंगे।
अवधेश कुमार ने कहा कि पार्टी अपने सैद्धांतिक उसूलों पर कायम रहते हुए देश के संविधान धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने, गंगा-जमुना संस्कृति के समक्ष आसन्न खतरे को देखते हुए, बिहार में बेगूसराय में सीपीआई को, आरा में सीवान में माले का समर्थन करने का निर्णय किया है। वहीं प्रदेश के अन्य सीटों पर एनडीए को हराने के लिए पूरी ताकत लगाई जायेगी।
राज्य सचिव ने केन्द्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार का 5 वर्षीय कार्यकाल देश के लिए विनाशकारी रहा है। किसानों, नौजवानों और आमजनों के साथ वादाखिलाफी हुई है। आर्थिक मंदी, बेरोजगारी में बढ़ोत्तरी, बैंक के पैसे की लूट एवं असमानता में भारी वृद्धि हुई है। आज देश के 1% सबसे अमीर लोगों का देश की पूरी संपदा के 51% पर कब्जा है। दलितों, महिलाओं, अल्पसंख्यकों सहित सभी लोग असुरक्षित महसूस करते हैं। दरबारी पूंजीवाद फल फूल रहा है और आम लोगों की हालत बद से बदत्तर हो गई है।
अवधेश कुमार ने कहा कि बिहार का भाजपा-जदयू गठबंधन राज्य की जनता के साथ गद्दारी के रूप में अस्तित्व में आया है। इस शासन के दौरान भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा सृजन घोटाला सामने आया। मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में बच्चियों के साथ हृदय विदारक घटना ने पूरे देश में प्रदेश को शर्मसार किया है। दोनों घटनाओं में शामिल लोगों को सत्ता अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है। नीतीश कुमार की नेतृत्व वाली राजग सरकार का रवैया पूरी तरह से दमनात्मक हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार में जन समस्याओं से जुड़े तमाम मुद्दों पर वामपंथ हमेशा संघर्ष के मैदान में रहा है और पार्टी इसबार लोकसभा चुनाव में भी सांप्रदायिक ताकतों को सत्ता से दूर करने के लिए जो भी कुर्बानी देनी होगी उसके लिए तैयार है।
विवेकानंद की रिपोर्ट