जमुई: मीरा रेस्ट हाउस के मैनेजर के साथ मारपीट के मामले में मलयपुर थाने की पुलिस ने मां कालिका मंदिर मलयपुर के संचालक अशोक सिंह को बुधवार को अहले सुबह गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसे तब गिरफ्तार किया, जब वह अपने घर से मंदिर जा रहा था। एसपी प्रमोद कुमार मंडल ने भी गिरफ्तारी की पुष्टि की है। बता दें कि मलयपुर बाजार स्थित मीरा रेस्ट हाउस के मैनेजर राजीव कुमार सिंह को सोमवार की शाम दबंगों ने बेरहमी से पीटकर जख्मी कर दिया, जिनको इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। टाउन थाना की पुलिस द्वारा ईलाज के बाद घायल का फर्द बयान लिया गया। घायल राजीव सिंह के अनुसार उनका अपना रेस्ट हाउस है। पिछले कई दिनों से उनको रेस्ट हाउस बंद करने की धमकी दी जा रही थी। सोमवार शाम को जब वे अपने रेस्ट हाउस में बैठे थे तो इसी दौरान एक मारुति कार से चार नकाबपोश युवक आये और लोहे के सरिया व लाठी से पिटाइ करने लगे। उन्होंने होटल को बंद नहीं करने पर जान से मारने की धमकी दी।
एसपी ने कहा, होगी कड़ी कार्रवाई
इधर गिरफ्तारी के बाद एसपी ने कहा कि शांति व्यवस्था व अपराध पर काबू करने के लिए पूरी सख्ती से निपटा जायेगा। उन्होंने कहा कि मामले में जितने भी लोग हैं, सबके उपर कार्रवाई होगी। जो भी कानून का माखौल उडायेगा, उसके साथ सख्ती से पेश आयेंगे। एक सवाल के जवाब में एसपी ने कहा कि इनके ऊपर फिर से सीसीए लगाया जायेगा। हर हाल में शांति व्यवस्था को कायम रखने के लिए कड़े कदम उठाये जायेंगे। ज्ञात हो कि अशोक सिंह का पूर्व में भी आपराधिक इतिहास रहा है। अशोक सिंह के खिलाफ बरहट- मलयपुर थाना कांड संख्या-86/03 दिनांक 8.12.03, मलयपुर कांड संख्या-104/09 दिनांक 21.10.09, झाझा रेल थाना कांड संख्या-01/07 दिनांक 1.1.07, मलयपुर थाना कांड संख्या-31/10 दिनांक 19.8.10, झाझा रेल थाना कांड संख्या 37/10 दिनांक 22.9.10 तथा झाझा कांड संख्या 50/10 दिनांक 21.11.10 जैसे केस पहले से ही दर्ज हैं। इन सभी कांडों में कई अलग-अलग धाराएं लगी हैं। कई मामलों में आरोप प्रत्रित है जबकि कई में अनुसंधान जारी है।
डीएम ने लगाया था रासुका
बताते चलें कि मां काली मंदिर के संचालक अशोक सिंह पर 2011 में तत्कालीन जिलाधिकारी मनीष कुमार द्वारा रासुका लगाया गया था। अशोक सिंह पर कोलकाता-किऊल रेलखंड पर दबंगई करने के अलावे एक एएसएम की पिटाई करने का आरोप है। जमालपुर के तत्कालीन रेल एसपी ने इस आरोपी के बारे में जमुई डीएम को पूरी रिपोर्ट उपलब्ध कराई थी। रिपोर्ट में कहा गया था कि इस आरोपी के कारण मलयपुर व आसपास के ग्रामीण भयाक्रांत हैं। रेल की सुरक्षा भी खतरे में है। इस रिपोर्ट के आधार पर अशोक सिंह पर रासुका लगाया गया था।