पूर्णिया: पुलिस ने कुछ दिन पहले इंस्टाकार्ट कूरियर सेन्टर से 25 लाख की डकैती मामले का सफल उद्भेदन कर लिया है। इंस्टाकार्ट का पूर्व कर्मी ही इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड निकला है। यह जानकारी एक प्रेस वार्ता कर के दी गयी।
मिली खबर के अनुसार पुलिस अधीक्षक दयाशंकर के निर्देश पर एडीपीओ आनंद पांडेय के नेतृत्व में गठित विशेष पुलिस टीम को पॉलिटेकनिक चौक स्थित इंस्टाकार्ट सर्विसेज प्रा लिमिटेड में 13 जून की रात हुई 25 लाख रुपये के लूट मामले में अहम सफलता हासिल हुई है। टीम ने लूट के मास्टरमाइंड सोनू कुमार समेत पंचवटी कॉलोनी निवासी जटाशंकर मिश्रा, मिल्की मरंगा निवासी मदन ठाकुर और ततमा टोली निवासी मनीष कुमार को गिरफ्तार किया। अपराधियों की तब गिरफ्तारी हुई जब वे उफरैल के एक बगीचे में शहर में ही एक और बड़ी लूट को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। अपराधियों के पास से एक लाख 50 हजार 700 रुपये के अलावा एक देसी कट्टा और पांच जिंदा कारतूस बरामद किया गया है।
निकाला गया था नौकरी से
खबर के अनुसार सोनू को उसकी अवांछित गतिविधियों की वजह से ही एक वर्ष पूर्व कूरियर की नौकरी से निकाल दिया गया था लेकिन, उसका एजेंसी में आना-जाना जारी था। उसे बखूबी पता था कि अगर तीन दिन तक लगातार बैंक बंद हो तो कम से कम 25 से 30 लाख रुपये एजेंसी में जमा रहते हैं । 11 और 12 जून को बैंक बंद था जबकि 13 जून को रविवार था। लिहाजा 13 जून को ही लूट का दिन मुकर्रर किया गया और अपराधियों को सफलता भी मिली। इतना ही नहीं सोनू को यह भी पता था कि एजेंसी का सीसीटीवी काम नहीं कर रहा है। इसलिए अपराधियों ने सीसीटीवी के डीवीडीआर के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं किया। एसपी दयाशंकर के अनुसार सोनू ने इसके लिए अपने पूर्व परिचित अपराधी भोला उर्फ मोहन शर्मा उर्फ मंगला से संपर्क साधा। इसके अलावा इस लूट में निपु महलदार की भी मदद ली गई। एसपी ने बताया कि मदन पूर्व में कटिहार के एक बैंक लूट मामले में भी जेल जा चुका है। पुलिस फरार दो अन्य अभियुक्त की तलाश कर रही है।