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CRIME NEWS: मरीजों को लूट रहे प्रिंस संजीवनी हॉस्पिटल पर EOU का शिकंजा, भारी अनियमितता को लेकर एफआइआर दर्ज

CRIME NEWS: मरीजों को लूट रहे प्रिंस संजीवनी हॉस्पिटल पर EOU का शिकंजा, भारी अनियमितता को लेकर एफआइआर दर्ज

हाजीपुर: कोरोना के मरीजों के ईलाज में राहत दिलाने के लिए राज्य सरकार द्वारा इलाज का खर्च तय किया गया है। फिर भी कुछ ऐसे हॉस्पिटल हैं, जो इन नियमों की धज्जियां उडाने से बाज नहीं आते हैं। हाजीपुर का प्रिंस संजीवनी हॉस्पिटल भी मरीजों को ऐसे ही लूट रहा था। हॉस्पिटल की तरफ से मरीज के परिजनों को न तो कोई पक्की रसीद दी जा रही थी और न ही यहां कोरोना मरीजों का सही तरीके से इलाज हो रहा था। इस हॉस्पिटल का एकमात्र उद्देश्य केवल पैसा कमाना था। लेकिन इन सारी अनियमितताओं की सूचना जैसे ही आर्थिक अपराध शाखा (EOU) को मिली। टीम ने इस हॉस्पिटल पर शिकंजा कस ही दिया। 

टीम बनाकर की गयी जांच

सूचना मिलने के बाद एडीजी नैयर हसनैन खान के निर्देश पर पटना से डीएसपी भास्कर रंजन व रजनीश कुमार ने अपनी टीम बनायी और जांच शुरू की। इसके बाद वैशाली जिला प्रशासन की बनाई गई टीम के साथ मिलकर छापेमारी की गई। हॉस्पिटल के अंदर का नजारा देख टीम में शामिल अधिकारी भी चौंक गए। कोरोना मरीजों के बेहतर इलाज की कोई व्यवस्था छापेमारी के दौरान नहीं मिली। हर स्तर पर प्रोटोकॉल का उल्लंघन मिला। इलाज के दौरान कोरोना मरीजों को यहां अलग रखने की व्यवस्था नहीं थी और न हीं कोई जीवन रक्षक दवाएं थी। किसी मरीज से प्रतिदिन बीस हजार तो किसी से 15 हजार रुपये वसूले जा रहे थे। आइसीयू का कोई बेहतर इंतजाम नहीं था। शुरुआत में आने वाले बीमार लोगों की कोरोना जांच की भी कोई व्यवस्था नहीं थी। हॉस्पिटल के खिलाफ हाजीपुर के टाउन थाना में डिजास्टर मैनेजमेंट की धारा 51, 58 और IPC की धारा 419/420/406 के तहत FIR नंबर 399/21 दर्ज की गई है।

मिला गोरखधंधा का नजारा

ज्ञात हो कि वर्तमान में प्रिंस संजीवनी हॉस्पिटल हाजीपुर के एसडीओ रोड में स्थित है। जब टीम ने इसके डॉक्यूमेंट्स को खंगाला तो उसमें पुरानी गंडक रोड के जौहरी बाजार का पता लिखा था। इस पते पर ही जिला प्रशासन से ऑक्सीजन गैस के जम्बो सिलेंडर मंगवाए जाए रहे थे। इसी तरह हॉस्पिटल में चल रहे मेडिकल स्टोर का कोई नाम नहीं मिला। जब उसके डॉक्यूमेंट्स की जांच की गई तो उसका पता भी दूसरा था। डॉक्यूमेंट मेसर्स प्रिंस मेडिकल हॉल के नाम से और पता हाजीपुर के कोनहारा घाट के पोखरा मुहल्ला का मिला। एडीजी ने बताया कि हॉस्पिटल की पूरी कुंडली खंगाली जा रही है। कोरोना की दूसरी लहर में अब तक कितने मरीजों को इलाज के नाम पर एडमिट किया? उनसे कितने रुपए कमाए? हर एक चीज को खंगाला जा रहा है। इस केस में प्रिवेंशन ऑफ मनीलांड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत भी कार्रवाई होगी। FIR में इसकी धाराओं को जोड़ा जाएगा।


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