मोतिहारी: जायदाद के लिए इंसान कितना गिर सकता है, इसका कोई पैमाना नहीं है। इसका एक उदाहरण मोतिहारी में देखने को मिला, जब पूरे छह साल बाद वह आदमी गांव में आया, जिसे पूरा गांव मरा हुआ मान चुका था। अचानक अपनी मां के अंतिम संस्कार में पहुंचे इस आदमी को देख कर पूरे गांव में सनसनी फैल गयी।
मामला मोतिहारी के पताही थाना क्षेत्र के गमहरिया गांव का बताया जा रहा है। जहां 35 साल का सुधीर सिंह अचानक गायब हो गया था। उसके बड़े भाई कन्हाई सिंह उर्फ प्रेमशंकर सिंह ने 2015 में ही एक एफआइआर भी दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया था कि उसके भाई की पत्नी ने ही संपत्ति की लालच में सुधीर की हत्या की है। इधर सुधीर की पत्नी निधि देवी, ससुर राजेंद्र सिंह समेत पांच लोगों पर न्यायालय में परिवाद भी दायर कराया गया था। पुलिस की जांच में हालांकि यह मामला सच साबित नहीं हो पाया था लिहाजा पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया था।
भांजे ने की थी गुमराह करने कोशिश
इस पूरे मामले में थानाध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद ने बताया कि पूछताछ में सुधीर के भांजे ने बताया कि सुधीर की संपति की लालच उसे पहले से थी। इसी को लेकर सभी ने साजिश रचकर सुधीर को उसकी बहन के घर शिवहर थाना के फतेहपुर में रखा था। सुधीर थोड़ा मंद बुद्धि था, इसलिए वे लोग उसे डराकर अपने घर में रखे थे। मरने से कुछ दिन पहले तक सुधीर की मां भी शिवहर में ही अपनी बेटी के यहां रहती थी, इसलिए मां की मौजूदगी में उसने पत्नी से मिलने अपने पैतृक गांव जाने की जिद नहीं की। सारी बातें जानने के बाद पुलिस ने सुधीर के भगीना फतेहपुर निवासी राजू सिंह को हिरासत में ले लिया है। पूछताछ में राजू सिंह ने मामा सुधीर सिंह को अपने घर में छुपाकर रखने की बात कबूल कर ली।
दरअसल पुलिस को सुधीर सिंह के बारे में तब जानकारी हुई, जब वह अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पैतृक गांव गमहरिया आया था। पूरे छह साल बाद जब अचानक गांव के लोगों ने उसे देखा तो पूरे गांव में यह बात आग की तरह फैल गई। किसी ने इसकी सूचना उसकी पत्नी निधि देवी को दी। सूचना मिलते ही उसकी पत्नी निधि सास के दाह संस्कार में श्मशान घाट पहुंची और पति को देखकर उसकी पहचान कर ली। उसने तुरंत पुलिस को इस बात की सूचना दी।