न्यूज4नेशन डेस्क- हालिया दिनों में बिहार में महिलाओं के साथ भयावह आपराधिक मामलों में इजाफा हुआ है. हाल ही में बिहिया के आरा में महिला को नंगा कर बीच सड़क पर घुमाने का मामला हो या चाहे मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेपकांड का मामला.या फिर वैशाली में रालोसपा नेता की हत्या. वारदात का ये सिलसिला लगातार सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहा है. लेकिन इन सब के बीच चौकाने वाले आंकड़े ये कहते हैं कि जब से बिहार में बीजेपी और जेडीयू की सरकार बनी है तक से बिहार में क्राइम का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है.
पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक कुल आपराधिक घटनाओं में 20 फीसदी और बलात्कार की घटनाओं में 23 फीसदी का इजाफा हो गया है. पुलिस के ये आंकड़े इस साल के जून महीने तक के हैं. आपको बता दें कि अगस्त 2017 से जून 2018 के बीच 11 महीनों में बिहार पुलिस ने 2.30 लाख आपराधिक घटनाएं दर्ज की हैं.इनमें 1278 मामले वारदात और 2722 मामले हत्या से जुड़े हैं.अगर आंकड़ों की तुलना जेडीयू-आरजेडी गठबंधन सरकार के आखिरी 11 महीनों के आंकड़ों से करें तो उस दौरान 1.91 लाख आपराधिक घटनाएं दर्ज की गई थीं. अगस्त 2016 से जून 2017 के बीच राज्य में 2,468 हत्या और 1,044 बलात्कार की घटनाएं दर्ज की गई थीं. अगर इन दोनों आंकड़ों की तुलना करें तो जेडीयू और बीजेपी की सरकार में बलात्कार की घटनाओं में 23 फीसदी , हत्या में 11 फीसदी और कुल अपराध में 21 फीसदी का इजाफा हुआ है. आपको बता दें कि 27 जुलाई को नीतीश कुमार ने आरेजेडी के साथ गठबंधन तोड़कर बीजेपी के साथ सरकार बनाई थी और सरकार के ही आंकड़े ये बता रहे हैं कि बिहार में क्राइम का ग्राफ तेजी बढ़ रहा है.