पटनासिटी के गायघाट पुल के पास से शनिवार को गुप्त सूचना के आधार पर रंगदार संतोष सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। अपने कारनामों से संतोष सिंह ने पुलिस की नाक में दम कर रखा था। कंस्ट्रक्शन कंपनियों से रंगदारी मांगना उसका पेशा बन चुका था। हाल ही में संतोष सिंह ने एलएनटी डब्बू कंपनी एंड गंगा ब्रिज कंस्ट्रक्शन के प्रबंधक कन्हैया कुमार से भी पचास लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। रंगदारी नहीं देने पर उसने काम बंद करवा देने व जान से मार देने की धमकी भी दी थी। इस संबंध में 22 मई को दीदारगंज थाना में रंगदारी का मामला दर्ज किया गया था। मामला दर्ज होते ही पुलिस लगातार उसके ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी। उसके मोबाइल को भी सर्विलांस पर डाला गया था।
पटना एसएसपी मनु महाराज ने उसे गिरफ्तार
करने के लिए डीएसपी फतुहा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया था, जिसमें दीदारगंज थाना के अलावा अन्य थानों की पुलिस शामिल थी। पुलिस लगातार
संतोष सिंह के पीछे लगी हुई थी। इसी बीच 26 मई यानी शनिवार को पुलिस को सूचना मिलती
है कि संतोष सिंह गायघाट स्थित निर्माण स्थल पर रंगदारी मांगने पहुंचा हुआ है। सूचना
मिलते ही पुलिस एनएच 30 पर स्थित कंपनी के कार्यस्थल पर पहुंची और संतोष सिंह को चारों
ओर से घेर लिया। अपने को चारों ओर से घिरा देख संतोष ने भागने की कोशिश नहीं की और
पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। पुलिस उसे गिरफ्तार कर थाने ले आयी है और पूछताछ कर
रही है।