MIRZAPUR: मिर्जापुर- नाम तो सुना ही होगा। इस बार यहां से ऐसी कहानी निकलकर सामने आई है, जो गोली कट्टा नहीं, बल्कि स्कूल से जुड़ी है। दरअसल एक निजी स्कूल के प्राचार्य को बच्चे की शरारत इतनी बुरी लग गई कि उसने सबके सामने मासूम को कठोरतम सजा दी। सजा भी ऐसी-वैसी नहीं, सीधे बालकनी से उल्टा लटका दिया। अब एक तरफ मासूम सदमे की वजह से बातचीत नहीं कर पा रहा, वहीं प्राचार्य सभी को सफाई देते फिर रहे हैं।
जिले के अहरौरा में स्थित एक निजी स्कूल में दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे की एक छोटी सी शरारत पर स्कूल के प्रबंधक व प्रिंसिपल का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उसने बच्चे को बालकनी से उल्टा लटका दिया और काफी देर तक बच्चे को ऐसे ही रखा। इस दौरान किसी ने फोटो खींच कर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया जो बाद में वायरल हो गया। जिस तरह की हरकत उक्त प्रिंसिपल ने छात्र से की है, उससे सोशल मीडिया पर पूरा उबाल है। बच्चे का नाम सोनू यादव है और उसकी उम्र महज 7 साल है। उसकी गलती सिर्फ इतनी थी कि वो स्कूल के बीच में बाहर गोलगप्पे खाने के लिए चला गया था और ये बात प्रधानाचार्य मनोज विश्वकर्मा को पसंद नहीं आई। इस पूरी घटना का वीडिया और फोटो जब वायरल हुआ तो प्रशासन में हड़कंप मच गया।
डीएम के निर्देश पर रात में ही छात्र के पिता की तरहीर पर प्रधानाचार्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। सोनू के पिता रंजीत यादव ने बताया कि स्कूल से वापस आने के बाद सोनू किसी को कुछ भी नहीं बोला और बस रोता रहा। काफी पूछने पर उसने घटना के बारे में बताया। इसी दौरान उसके साथ हुए जुल्म का वीडियो और फोटो भी इंटरनेट पर वायरल हो गया।
इस पूरी वारदात के तूल पकड़ने के बाद मनोज विश्वकर्मा भी सफाई देता दिखा। इस संबंध में उससे पूछे जाने पर उसने कहा कि जान बूझकर ऐसा नहीं किया है। गलती से बच्चे को बरामदे से लटा दिया था। इस बात को लेकर बच्चे के अभिभावकों से माफी भी मांग ली है। वहीं मामले में बीएसएस का कहना है कि प्रकरण संज्ञान में आया है। ये एक गंभीर मामला है और पिता की तहरीर पर मामला भी दर्ज किया गया है।