GAYA : जिला के मोहनपुर मे बैंक संचालक के द्वारा फर्जीवाडा करने का मामला प्रकाश में आया है। बताया गया की डेमा स्थित पंजाब नेशनल बैंक के सीएसपी संचालक अनिल कुमार पासवान के द्वारा कुछ दिन पूर्व मोहनपुर थाना को यह सूचना दी गई की जब वे ईटवा बैंक से डेढ़ लाख रूपये निकालकर मोटरसाईकिल से अपने सीएसपी जा रहे थे। तभी कुलाही मोड़ से करीब 500 मीटर पीछे तीन अज्ञात मोटरसाईकिल सवार अपराधियों के द्वारा इन्हें रोककर हथियार के दम पर डेढ़ लाख रूपये , मोबाईल और मोटरसाईकल लूट लिया गया।
इस सूचना पर थानाध्यक्ष मोहनपुर के द्वारा तत्काल प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान आरम्भ किया गया। अनुसंधान के दौरान यह गोपनीय सूचना प्राप्त हुई कि वादी अनिल कुमार पासवान के द्वारा डेढ़ लाख रूपया लूटने की बात गलत है और वादी के द्वारा घटना के तुरंत बाद घटनास्थल पर से ही डेढ़ लाख रूपये गांव के लड़के को घर ले जाकर देने के लिए दिया गया है। ताकि ग्राहकों और बैंक के पैसे का गबन किया जा सके। गहन वैज्ञानिक और तकनीकि अनुसंधान से यह तथ्य प्रकाश में आया कि वादी अनिल कुमार पासवान ने अपने आवेदन में डेढ़ लाख ( 1,50,000 ) रूपये लूटने की बात गलत दर्ज कराई है। वह बीमा और ग्राहकों का पैसा गबन करना चाहते थे।
जब अनिल कुमार पासवान से साक्ष्यों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि बैंक से निकाले गए पैसों को उसके द्वारा अपने घर पर छिपाकर रखा गया है।अनिल कुमार पासवान की निशानदेही पर कथित लूट का एक लाख 46 हजार रूपया उसके घर से बरामद किया गया , जो उसने छिपा कर रखा था। शेष चार हजार रूपये के बारे में अनिल कुमार पासवान ने बताया कि वह रकम खर्च कर दिए। लूट काण्ड के वादी सीएसपी संचालक अनिल कुमार पासवान को बीमा और ग्राहकों के पैसे के गबन के प्रयास में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है।
बोधगया से संतोष की रिपोर्ट