NEWS4NATION DESK : कोरोना को लेकर पूरे देश में 3 मई तक लॉकडाउन है। ऐसे में अधिकतर लोग जहां वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं, वहीं हर घर में मोबाइल इंटरनेट का इस्तेमाल भी बढ़ा है। लोग ज्यादातर अपना समय मोबाइल और इंटरनेट पर ही बिता रहे हैं।
इधर घरों के अंदर इंटरनेट के बढ़े इस्तेमाल का अपराधी भी लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए रोज-रोज नए-नए उपाय ढूंढ़ रहे हैं।
इन दिनों कोविड-19 के नाम पर पीएम डाट केयर, पीएन केयर, पीएम केरी व पीएम केरिस जैसे एड्रेस सबसे अधिक फर्जी लिंक लोगों को कोरोना राहत राशि भेजने के लिए भेजे जा रहे हैं।
जिनमें डब्लयूएचओ के नाम पर कोरोना की जानकारी व बचाव, लॉकडाउन में डेटा फ्री, घर बैठे पैसे कमाएं जैसे मेल और इसके लिए लिंक भेजे जा रहे है।
अगर, कोई गलती से भी ऐसे लिंक को क्लिक कर दिया, तो वह साइबर ठगी का शिकार हो जाता है।
साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि कोरोना राहत कोष के नाम पर सबसे अधिक फर्जी वेबसाइट सक्रिय हैं, इनसे सावधान रहें। सरकार ने जो राहत कोष बनाया है, उससे मिलते-जुलते नाम से साइबर अपराधी साइट बना ठगने की कोशिश कर रहे हैं।