पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मोदी सरकार बिहार वासियों को एक बड़ा तोहफा दिया है.खासकर मिथिलांचल के लिए आज का दिन का दिन ऐतिहासिक है। मोदी कैबिनेट ने दरभंगा मेँ अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को मंजूरी दे दी है। इसी के साथ बिहार में पटना के बाद दूसरा एम्स बनने का रास्ता साफ हो गया है। दरभंगा में एम्स के निर्माण से सूबे में उत्तर बिहार के चंपारण से लेकर कोसी और सीमांचल के तक के लोगों स्वास्थ्य क्षेत्र में इसका फायदा होगा।
मिथिलांचल में बीजेपी के युवा नेता राजू झा ने केंद्र सरकार को दी बधाई
मोदी कैबिनेट द्वारा दरभंगा में एम्स निर्माण की मंजूरी मिलने के बाद मिथिलांचल के लोगों का खुशी का ठिकाना नहीं है।मिथिलांचल वासी आज के दिन को ऐतिहासिक बता रहे हैं।मिथिलांचल के युवा नेता और बिहार बीजेपी के मीडिया प्रभारी राजेश झा राजू ने कहा कि आज का दिन मिथिलांचल के लिए स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।क्यों कि केंद्र की मोदी सरकार ने दरभंगा में एम्स की मंजूरी दी है। मिथिलांचल इलाके से इस बार विस चुनाव की तैयारी कर रहे बिहार बीजेपी के मीडिया प्रभारी राजू झा ने कहा कि दरभंगा में बिहार का दूसरा एम्स बनना सम्पूर्ण मिथिला के लिए गौरव का क्षण है। इसके बन जाने से मिथिला क्षेत्र समेत उत्तर बिहार के लोगों को इलाज के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी. सच में आज मिथिलावासियों का सपना साकार हुआ है. राजू झा ने पीएम मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार डिप्टी सीएम सुशील मोदी समेत बीजेपी के तमाम नेताओं को बधाई दी है।
वित्त मंत्रालय ने 1361 करोड़ रुपये की मंजूरी पहले ही दे दी थी
आपको बता दें कि बिहार के दरभंगा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के निर्माण को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने 1361 करोड़ रुपये की मंजूरी पहले ही दे दी थी। 25 अगस्त 2020 को केंद्रीय वित्त सचिव की अध्यक्षता में हुई व्यय समिति की बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय के प्राइमरी प्रोजेक्ट रिपोर्ट पर वित्त मंत्रालय ने मुहर लगाते हुए अनुमानित राशि की स्वीकृति दे दी। प्राइमरी प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार दरभंगा एम्स 750 बेड का होगा और इसके निर्माण कार्य पर 1361 करोड़ रुपए खर्च होंगे।