MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर जिले के बोचहां थाना क्षेत्र के मझौली गांव निवासी राज किशोर मिश्रा के पुत्र अभिषेक राज ने बीते 29 फरवरी को बोचहां थाना में अपने पिता के अपहरण का आवेदन दिया था. पुलिस को दिए आवेदन में उन्होंने लिखा था कि पिताजी अपने एक मित्र (बबलू) से मिलने जा रहे थे.
उसी दौरान करीब 10:00 बजे उनका अपहरण कर लिया गया. अज्ञात अपराधियों ने अपना नाम गोलू बताते हुए पिता जी के फोन से ही बात कर तीन लाख की रंगदारी की मांगी थी. लेकिन बोचहां थाना पुलिस ने पूरे प्रकरण को आपसी विवाद करार देते हुए पीड़ित परिवार को अहियापुर थाना भेज दिया.
अहियापुर थाना आने पर पीड़ित परिवार को बताया गया कि वापस बोचहां थाना जाइए मामला वहीं का है. हताश निराश पीड़ित परिवार ने मामले की जानकारी जिले के वरीय अधिकारियों के साथ साथ बिहार पुलिस के मुखिया गुप्तेश्वर पांडेय को भी दी और अपने पिता की सकुशल बरामदगी की गुहार लगाई. लेकिन पुलिसिया जांच में आखिरकार पीड़ित परिवार अपने अभिभावक की राह देखते रहे. आज जिस अनहोनी की उन्होंने चिंता जताई थी. वही हुआ. जिले के मुसहरी थाना क्षेत्र के कार्यालय घाट के समीप अधेड़ व्यक्ति राज किशोर मिश्रा का शव बरामद किया गया.
शव की पहचान होते की पीड़ित परिवार में कोहराम मच गया. उन्होंने पुलिस पर जांच नहीं करने का आरोप लगाया और कहा कि अगर पुलिस समय रहते तहकीकात करती तो शायद यह दिन मेरे परिवार को देखने को नहीं मिलता. वही मामले पर बोचहाँ थाना पुलिस ने बताया कि पीड़ित परिवार द्वारा दिए गए लिखित आवेदन के अनुसार बीते 1 मार्च को ही मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस अनुसंधान कर ही रही थी. उसी क्रम में स्थानीय लोगों के द्वारा बताया गया कि मुसहरी थाना क्षेत्र अंतर्गत कार्यालय घाट के समीप एक शव बरामद हुआ है. शिनाख्त कराने पर पता चला कि वह सब राज किशोर मिश्रा का ही है.
मुजफ्फरपुर से मनोज कुमार की रिपोर्ट