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तेजस्वी यादव का ऐलान - CBI छापेमारी से नहीं डरता, जिसको जो करना है कर ले, विरोधियों को जवाब देने की जगह तय

तेजस्वी यादव का ऐलान - CBI छापेमारी से नहीं डरता, जिसको जो करना है कर ले, विरोधियों को जवाब देने की जगह तय

पटना. राजद से जुड़े सांसदों, एमएलसी और नेताओं के ठिकानों पर बुधवार सुबह से हो रही सीबीआई छापेमारी पर तेजस्वी यादव ने कहा है कि वे इन छापों से नहीं डरते. उन्होंने जांच प्रक्रिया को लेकर कहा कि जिसको जो करना है कर ले. हम किसी से नहीं डरते. तेजस्वी ने कहा कि मौजूदा छापेमारी और अन्य मुद्दों को लेकर वे बिहार विधानमंडल के चल रहे मौजूदा सत्र में जवाब देंगे. 

दरअसल, नौकरी के बदले जमीन घोटाला में लालू यादव के कई सहयोगियों के 24 ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की है. जिन राजद नेताओं के यहां छापेमारी हुई है उसमें राज्यसभा सांसद अशफाक करीम, सांसद फैयाज अहमद, एमएलसी सुनील सिंह, राजद नेता सुबोध राय, पूर्व विधायक अबू दोजाना, सुभाष यादव, नागमणि यादव के नाम सामने आए हैं. इसमें 2 राज्यसभा सांसद और एक एमएलसी हैं जबकि शेष राजद के नेता हैं जो लालू के बेहद करीबी हैं. कहा जा रहा है कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए जो नौकरी के जमीन घोटाला हुआ उसमें इन नेताओं को भी बड़ा लाभ मिला. 

जिन लोगों के यहां छापेमारी हुई है उसमें राज्यसभा सांसद अशफाक करीम का कटिहार में अल-करीम विश्वविद्यालय है. वहीं मधुबनी में पैदा हुए डॉक्टर फैयाज अहमद केशोपुर में मधुबनी मेडिकल कॉलेज के नाम से मेडिकल कॉलेज चलाते हैं. इसके अलावा वो कई स्कूल,बीएड कॉलेज समेत कई शिक्षण संस्थान चलाते हैं. एमएलसी सुनील सिंह वर्ष 2003 से बिस्कोमान के अध्यक्ष हैं और लालू यादव के करीबी होने के साथ ही राजद के कोषाध्यक्ष का भी पद संभालते हैं. राजद नेता सुबोध राय वैशाली से आते हैं और पूर्व में विधान मंडल के सदस्य रह चुके हैं. वे बड़े व्यापारी भी माने जाते हैं. पूर्व विधायक अबू दोजाना भी बिल्डर हैं. 

वहीं सुभाष यादव भी रेत कारोबार से जुड़े व्यापारी हैं और लालू यादव के परिवार से काफी लम्बे समय से जुड़े हैं. कहा जाता है कि वह ब्रॉडसन कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी चलाते हैं. उन्हें लेकर यहां तक कहा जाता है कि लालू की रैलियों और कार्यक्रमों के खर्चों का ब्योरा भी सुभाष की डायरी में ही दर्ज होता था. सामान्य दिनों में भी लालू की पार्टी से संबंधित धन की जरूरतें सुभाष पूरी करते रहे हैं. इसके अलावा नोयडा के एक मॉल पर भी छापेमारी हुई है जिसे तेजस्वी से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है. 


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